सरकार समर्थन वाले टेलिविजन चैनलों की मानें तो सू को राष्ट्रपति बनने से रोकने वाले संवैधानिक प्रावधान को निलंबित किया जा सकता है
नेपीताव। म्यांमार में एक बार फिर आंग सान सू की राष्ट्रपति बन सकती है। सरकार समर्थन वाले टेलिविजन चैनलों की मानें तो सू को राष्ट्रपति बनने से रोकने वाले संवैधानिक प्रावधान को निलंबित किया जा सकता है। इस संबंध में म्यांमार के सैन्य प्रमुख और सू की के बीच बातचीत के सकारात्मक नतीजे निकल सकते हैं। सू की की नेशनल लीग फॉर डिमॉक्रेसी पार्टी को आठ नवंबर के आम चुनाव में भारी जीत हासिल हुई थी।
सू को राष्ट्रपति बनने से रोकता है अनुच्छेद 59एस
हालांकि संविधान के अनुच्छेद 59एस सू को राष्ट्रपति बनने से रोकता है। यह अनुच्छेद कहता है कि जिस भी व्यक्ति का जीवनसाथी या बच्चे विदेशी होंगे, वह कार्यकारी पद नहीं ले सकता है। सू के दिवंगत पति ब्रितानी नागरिक थे और उनके दोनों बेटे भी ब्रितानी हैं। रविवार को स्काई नेट और म्यांमार नेशनल टेलीविजन पर दिखाए गए अलग-अलग प्रसारणों में कहा गया है कि संविधान के अनुच्छेद 59 एफ के निलंबन पर बातचीत के सकारात्मक नतीजे निकल सकते हैं।
सू इस प्रावधान को हटाने के लिए कमांडर इन चीफ जनरल मिल आंग लियांग के साथ बातचीत कर रही हैं। इस प्रावधान को संसद के दो तिहाई वोटों के जरिए ही हटाया जा सकता है। संसद की नामित सीटों में 25 प्रतिशत सीटें सेना के पास है। इसका अर्थ हुआ कि एनएलडी खुद इस प्रावधान को निरस्त नहीं कर सकती है।
उधर संसद में सैन्य दल के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल सान नेंइग ने बताया कि सेना और एनएलडी के बीच अनुच्छेद 59 (एफ) के बारे में कोई विचार विमर्श नहीं हुआ है। इस अनुच्छेद के तहत कोई भी ऐसा कोई भी व्यक्ति म्यांमार का राष्ट्रपति नहीं बन सकता, जिनके बच्चों की विदेशी नागरिकता हो। सू की के बच्चे ब्रिटिश नागरिक है, इसलिए वह राष्ट्रपति नहीं बन सकती। उन्होंने कहा कि इस अनुच्छेद को खारिज नहीं किया जा सकता। यह संविधान के खिलाफ होगा। इस पर पहले ही संसद में विचार विमर्श हो चुका है। इसलिए इस पर फिर चर्चा नहीं होगी। सू की पार्टी एनएलडी ने गत आठ नवम्बर को हुए चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए संसद की 80 प्रतिशत सीटें जीती थी।