जिनेवा। बलूचिस्तान प्रांत में मानवाधिकार हनन के मसले पर पाक घिर गया है। इस मामले में भारत का बलूचिस्तान को समर्थन देने के बाद यूरोपीय संघ ने पाकिस्तान को कड़ी फटकार लगाई है। यूरोपीय संसद के उपाध्यक्ष रीस्जार्ड जारनेकी ने कहा कि बलूचिस्तान में अगर पाक मानवाधिकारों का हनन बंद नहीं करेगा तो ईयू उस पर आर्थिक व राजनीतिक प्रतिबंध लगा सकता है। उन्होंने कहा कि यदि साझेदार देश मानवाधिकार को स्वीकार नहीं करते हैं तो ऐसी स्थिति में पाक पर आर्थिक प्रतिबंध की मंजूरी हासिल की जा सकती है।
इस्लाबाद का दोहरा रवैया
जेनेवा में पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। यहां पर शुक्रवार को जारनेकी ने कहा कि यह वक्त बयानबाजी का नहीं बल्कि कार्रवाई करने का है। उपाध्यक्ष ने कहा कि इस्लामाबाद का रवैया दोहरा है, एक तरफ तो वह दुनिया के सामने अपना साफ चेहरा दिखाता है जबकि दूसरी ओर मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रहा है। ईयू के सभी सदस्यों को बलोच लोगों पर पाकिस्तान की क्रूरता के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।