अमरीकी कंप्यूटर प्रोफेशनल तथा सीआईए के पूर्व कर्मचारी स्नोडन की यह डिवाइस जासूसी से बचाएगी
नई दिल्ली। रूस में शरण लेकर रह रहे अमरीकी कंप्यूटर प्रोफेशनल तथा सीआईए के पूर्व कर्मचारी एडवर्ड स्नोडन अब एक ऐसी डिवाइस बना रहे हैं, जो स्मार्टफोन्स को जासूसों से बचाने में सक्षम होगी। यह डिवाइस स्मार्टफोन को सरकारी जासूस एजेंसियों से भी बचाकर रखेगी। खबर है कि स्नोडर मैसाच्यूसट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एमआईटी मीडिया लैब के एक रिसर्चर के साथ मिलकर यह काम कर रहे है। गौरतलब है कि स्नोडन ने खुफिया जानकारी लीक करते हुए बताया था कि कैसे इंटेलिजेंस एजेंसियां टेलिकॉम कंपनियों से मिलकर जासूसी कर रही हैं।
कैसी है से डिवाइस
यह डिवाइस एक प्लास्टिक केस है, जो एपल आईफोन 6 के ऊपर स्लाइड करके चढ़ाया जा सकता है। यह स्मार्टफोन के ऐंटेना को मॉनिटर करते हुए सेल्युलर, ब्लूटूथ, वाई-फाई, जीपीएस या एनएफसी रेडियो चिप्स के इनकमिंग या आउटगोइंग सिग्नल्स का पता लगाता ता है। इस केस में कई तरह से सेंसर लगाए गए हैं। इनकी वजह से इसे किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि का पता चलेगा तो यह अलार्म बजा देगा। बॉस्टन ग्लोब की रिपोर्ट में लिखा है कि यह डिवाइस अलग हार्डवेयर है, इसलिए फोन के ऑपरेटिंग सिस्टम को हैक करने की कोशिशों के बारे में पता लगाकर यह डिवाइस को और सिक्योर बना देता है।
अमरीका में हुआ शोकेस
स्नोडन इस डिवाइस को रिसर्चर एंड्रयू हुआंग की मदद से बना रहे है। इसको अमरीका में एमआईटी मीडिया लैब के एक इवेंट में शोकेस भी किया जा चुका। खबर है कि यह डिवाइस पत्रकारों की भी मदद करेगा और फोन द्वारा भेजे या रिसीव किए जा रहे अनाधिकृत रेडियो सिग्नल्स को डिटेक्ट कर लेगी। स्नोडन के मुताबिक जासूसी एजेंसियां फोन में मैलवेयर डालकर ऐसा भी कर सकती हैं कि फोन एयरप्लेन मोड में होने के बावजूद रेडियो कम्यूनिकेशन करता रहे। इस केस को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि किसी तरह की छेड़छाड़ महसूस होने पर यह आईफोन को स्विच ऑफ कर देती है।
अगले साल होगा लॉन्च
खबर है कि स्नोडन द्वारा लायी जा रही इस डिवाइस का प्रोटोटाइप यानी शुरूआती मॉडल अगले साल लॉन्च किया जा सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इसका डिजाइन और कोड ओपन-सोस्र्ड होगा। इसका मतलब ये है कि अन्य डेवलपर्स भी इस तरह की डिवाइस तैयार कर सकते हैं।