किसान आत्महत्या की खबर करती है दुखी: अमरिंदर
कांग्रेस सरकार में 80 किसानों ने की आत्महत्या, ट्रक यूनियनें भंग करने का फैसला नहीं बदलेगा
चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य में लगातार हो रही किसान आत्महत्या पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि वह रोजाना जब समाचार पत्रों में किसान आत्महत्याओं की खबरें पढ़ते हैं तो बहुत दुखी होते हैं। यह खबरें उन्हें परेशान करती हैं। अमरिंदर सिंह आढ़ती एसोसिएशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि भाग लेकर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि कोई भी समस्या ऐसी नहीं होती जिसका समाधान न हो, लेकिन समस्याओं के बीच आत्महत्या की राह अपनाने बेहद दुखद है। अमरिंदर सिंह ने विपक्षी हमलों के बीच आज यह स्वीकार किया कि पंजाब में कांग्रेस की सरकार के सत्ता में आने के बाद अब तक 80 किसान आत्महत्या कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि वह किसानों का सारा कर्ज माफ करना चाहते थे। लेकिन पंजाब के वित्तीय हालातों, खाली खजाने के कारण वह केवल दो लाख रुपए तक की सीमा में ही किसानों का कर्ज माफ कर सके हैं।
अमरिंदर सिंह ने भविष्य में किसानों के लिए कई तरह की कल्याणकारी योजनाएं शुरू किए जाने का ऐलान करते हुए कहा कि पंजाब में 70 प्रतिशत किसान चार एकड़ से कम जमीन के मालिक हैं। ऐसे में सरकार की कर्ज माफी योजना का अधिकतर किसानों को लाभ मिलेगा।
पंजाब में चल रहे ट्रक यूनियनों के विवाद पर बोलते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि ट्रक यूनियानों द्वारा लंबे समय से पंजाब के उद्योगपतियों को परेशान किया जा रहा था। जिसके चलते सरकार को मजबूरन यह फैसला लेना पड़ा। अमरिंदर ने कहा कि सरकार अपना फैसला किसी भी सूरत में नहीं बदलेगी। ट्रक यूनियनें सरकार पर दबाव बनाना बंद करें।