रेलवे ने बेडरोल और पिलो कवर के लिए खादी अनिवार्य कर दिया है। अब रेल यात्रियों को जून माह से सफर के दौरान खादी की चादर मिला करेगी।
मुरादाबाद.अब जल्द ही आपको रेल सफर में खादी का जलवा दिखने वाला है। जी हां, रेलवे ने बेडरोल और पिलो कवर के लिए खादी अनिवार्य कर दिया है। अब रेल यात्रियों को जून माह से सफर के दौरान खादी की चादर मिला करेगी।
इसकी जिम्मेदारी खादी ग्रामोद्योग को मिली
रेलवे ने खादी ग्रामोद्योग को खादी के बेडरोल और पिलो कवर की आपूर्ति का लक्ष्य सौंपा गया है। मई माह के आखिर तक विभाग को खादी के बेडरोल और पीलो कवर की पहली खेप मिल जाएगी।
राष्ट्रपिता से जोड़ने की कोशिश
इस योजना के जरिए रेलवे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के दर्शन और संदेश से यात्रियों को जोड़ेगा। बाजार के प्रभाव में स्वदेशी के इस्तेमाल को अनिवार्य करने और खादी के गुण के झंडे गाड़ने की मुहिम शुरू हो चुकी है।
बड़ी लागत में तैयार हो रहे हैं यह बेडरोल
देश के सभी सोलह जोन से छह लाख बेडरोल और आठ लाख पीलो कवर की मांग की गई है। विभाग ने आपूर्ति करने वाली एजेंसी को 40 करोड़ रुपए भी दे दिए हैं। मई माह के अंत तक विभाग को ऐसे बेडरोल की आपूर्ति होनी है। जून में यात्रियों को यह मौका मिलेगा।
सीपीआरओ उरे नीरज शर्मा ने बताया कि ट्रेनों में सफाई की मुहिम जारी है। यात्रियों को ट्रेन में खादी निर्मित बेडरोल और पीलो का टेंडर हो चुका है। पूरे देश में यह व्यवस्था लागू होनी है। जून माह से यात्रियों को खादी के बेडरोल दिए जाएंगे।