चुनावी खर्च को लेकर प्रशासन सख्त, राजनीतिक दलों को दिए ये निर्देश
28 लाख रुपए से अधिक खर्च करने वाले प्रत्याशियों पर रहेगी खास नजर
मुरादाबाद. मुख्य विकास अधिकारी डाॅ. उज्जवल कुमार ने कलेक्ट्रेट में आयोजित राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की बैठक में बताया कि चुनाव में होने वाले व्यय का लेखा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों का मेंटेन करना है। उन्होंने बताया कि कोई भी उम्मीदवार चुनाव में अधिकतम 28 लाख रुपये व्यय कर सकता है। उन्होंने बताया कि निर्वाचन प्रक्रिया की शुद्धता एवं पवित्रता के लिये यह आवश्यक है कि उम्मीदवार चुनाव लड़ने में जो भी धनराशि व्यय करे उसका लेनदेन बैंक में नया खाता खोलकर उसी से करेंगे।
मुख्य विकास अधिकारी ने जोर देकर कहा कि विधानसभा निर्वाचन में हर उम्मीदवार को अपने चुनावी खर्च के लिये बैंक में नया खाता खोलकर नामांकन के समय बैंक खातें की छायाप्रति लगानी है। इसके साथ ही हर उम्मीदवार को अपना व्यय लेखा एजेन्ट भी नामांकन के समय ही नियुक्त करना है, जो नामांकन से लेकर मतगणना तक होने वाले सभी चुनावी व्यय का दिये जाने वाले रजिस्टरों में हिसाब रखेगा और नामांकन के बाद कम से कम तीन बार व्यय लेखा का मिलान भी कराएगा।
उन्होंने बताया कि व्यय लेखा मेंटेन करने के लिये व्यय अनुवीक्षण प्रकोष्ठ विधानसभा सामान्य निर्वाचन 2017 के लिये गठित कर दिया गया है, जिसमें एक टोल फ्री कन्ट्रोल रूम भी स्थापित होगा, ताकि व्यय लेखा सम्बन्धी किसी भी समस्या का निदान कराया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि समय-समय पर जिला निर्वाचन अधिकारी एवं व्यय पर्यवेक्षक द्वारा राजनीतिक दलों एवं उम्मीदवारों को अद्यतन जानकारी व्यय लेखा तैयार करने के संबंध में दी जाती रहेगी। उन्होंने कहा कि आज जो जानकारी व्यय लेखे के संबंध में दी गयी है किसी दल के प्रतिनिधि को कोई बात समझ में न आयी तो वह अपनी शंका का समाधान करा ले।
इससे पूर्व एडीएम प्रशासन एवं एडीएम नगर ने बताया कि चुनाव प्रक्रिया एक अति पवित्र कार्य है। निर्वाचन की शुद्धता बनाये रखने के लिये जरुरी है कि चुनाव को प्रभावित करने के लिये कोई धन-बल का दुरुपयोग न हो यह सब राजनीतिक दलों का भी नैतिक दायित्व भी बनता है कि चुनाव आयोग द्वारा उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिये जो व्यय की सीमा 28 लाख नियत की गयी है उसी का अक्षर से अनुपालन कर किये जाने वाले सभी चुनावी व्यय का लेखा वास्तवित रूप से तैयार करें और समय-समय पर व्यय लेखा टीम से परीक्षण भी कराते रहें।
इससे पूर्व मुख्य कोषाधिकारी ने विस्तार से व्यय अनुवीक्षण प्रकोष्ठ के गठन एवं कार्यों को विस्तार से बताया और प्रोजेक्टर के माध्यम से व्यय लेखा पंजिका तैयार करने के साथ ही विभिन्न प्रपत्रों को तैयार करने की विधि को सरलता से बताया। उन्होंने बताया कि उम्मीदवार के नामांकन के बाद होने वाले जुलूस, रैली एवं जनसभा की निगरानी के लिये वीडियो निगरानी टीम कार्य करेगी जो हर प्रकार के व्यय पर नजर रखेगी। इसके साथ ही स्थाई दस्ता थानों पर तथा उड़नदस्ता विधानसभाओं में तलाशी अभियान चलाती रहेगी। अनियमित एवं सीमा से अधिक धनराशि लाने व ले जाने पर नजर रखेगी। उन्होंने कहा कि एक लाख से अधिक की धनराशि यदि कोई ले जाता है या लाता है तो उसका प्रूफ एवं कागजात प्रस्तुत करने होंगे। इस अवसर पर सभी राजनीतिक दलों के जिला अध्यक्ष, प्रतिनिधि मौजूद रहे।
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