मुरादाबाद. इस साल सावन में कई साल बाद पांच सोमवार का अदभुत संयोग बना है। यही नहीं सावन के अंतिम सोमवार यानि सात अगस्त को ही रक्षा बंधन का पर्व भी है, लेकिन इस बार चंद्रग्रहण भी इसी दिन है और भद्रा नक्षत्र भी इसी दिन पड़ रहा है। लिहाजा भाई-बहनों के इस पर्व पर इस बार ग्रहों की सही दिशा नहीं पड़ रही है और बिना जानकारी के पूजा पाठ अशुभ माना जाता है। इसी को ध्यान में रखकर पत्रिका ने शहर के वरिष्ठ ज्योतिषी पंकज वशिष्ठ से चर्चा की। उन्होंने बताया कि राखी बांधने के लिए सिर्फ 2 घंटे और 23 मिनट का ही समय शुभ है।
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ज्योतिषी पंकज वशिष्ठ के मुताबिक इस बार रक्षा बंधन का पर्व 7 अगस्त दिन सोमवार को है। चूंकि इसी दिन चंद्रग्रहण है और चंद्रग्रहण के दौरान कोई शुभ कार्य या पूजा पाठ नहीं होता तो फिर राखी भी नहीं बंध सकती। पंकज वशिष्ठ के मुताबिक चंद्रग्रहण रात्री 10:29 से 12:22 तक ही है। जिसका कुल समय 1 घंटा 53 मिनट है और भद्रा काल सोमवार को सुबह 11.04 बजे तक है।
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इसके बाद 1 बजकर 28 मिनट से सूतक शुरू हो जाएगा। यानि पूजा पाठ नहीं हो सकते मंदिरों के कपाट भी बंद हो जाएंगे, जो कि मंगलवार सुबह ही खुलेंगे। लिहाजा राखी बांधने का उपयुक्त समय सुबह 11 बजकर 5 मिनट से 1 बजाकर 28 मिनट तक है। यानि कुल 2 घंटे 23 मिनट। लिहाजा इस दौरान ही राखी बांधने के साथ अन्य शुभ कार्य निपटा लें।
यही नहीं पंकज वशिष्ठ ने बहनों और भाइयों के शिव की अराधना की सलाह दी है, ताकि दोनों पर ही कोई दुष्प्रभाव न हो।