आरोप है कि पुलिस ने सपा विधायिका के इशारे पर खेत में काम कर रहे किसान को उठा लिया और इसके बाद…
SP MLA Ruchi vira
बिजनौर। जिले की सपा सदर विधायिका की दबंगई का आलम ये है क़ि आम आदमी तो क्या बल्कि जिले की पुलिस भी विधायिका के हंटर पर नाचती है। विधायिका की योजनाओं का प्रचार कर रहे प्रचार वाहन के ड्राइवर से एक शख्स को ये कहना भारी पड़ गया है क़ि, छात्रों के पेपर हो रहे हैं आप अपने प्रचार वाहन को थोड़ा आगे ले जाओ, बस फिर क्या था। ये बात वाहन के ड्राइवर को ना गवार गुजरी और ड्राइवर ने पूरा मामला विधायिका को बता दिया। विधायिका को भी ये बात अखर गयी और गुस्से से तिलमिलाई विधायिका ने मंडावर थाना प्रभारी को तुरंत आदेश दिया क़ि उस शख्स को पकड़कर थाने ले आओ। विधायिका के आदेश पर मंडावर पुलिस ने उस शख्स को तुरंत पकड़ लिया और पीड़ित से कहा क़ि विधायिका से माफ़ी मांग लो नहीं तो जेल जाओगे। माफ़ी न मांगने की एवज में दरोगा ने शख्स का चालान कर दिया।
खेतों पर काम कर रहा था बाबू
मंडावर थाना इलाके के देवीदास वाला गांव में दो दिन पहले विधायिका का प्रचार वाहन विधायिका के विकास कार्यों का प्रचार कर रहा था। इसी दौरान गांव के बाबू सिंह ने प्रचार वाहन के ड्राइवर से ये कहा कि बच्चों के एक्जाम चल रहे हैं और प्रचार वाहन आगे मंदिर परिसर में ले जाए। अगले दिन बाबू सिंह अपने खेतों पर काम कर रहा था। इसी दौरान मंडावर थाना पुलिस बाबू को थाने ले गयी। बाबू ने अपना गुनाह पूछा तो पुलिस वालों ने कहा क़ि तुम विधायिका से माफ़ी मांग लो नहीं तो जेल जाओगे। बिना किसी तहरीर पर पुलिस ने बाबू का शांति भंग की धाराओं में चालान कर दिया। उसके बाद बाबू ने अपनी जमानत कराई।
जमानत कराने वाले भी जाएंगे जेल
इस कारवाही ने सिद्ध कर दिया कि जिले की पुलिस ने बिना किसी भी तहरीर के एक बेगुनाह का चालान विधायिका के कहने पर कर दिया है। पीड़ित बाबू की मानें तो विधायिका के गुर्गों का कहना है क़ि जिसने भी बाबू की जमानत की है उनके भी खिलाफ मुकदमा लिखा जायेगा। गांव वालों की मानें तो विधायिका के कहने पर ही मंडावर पुलिस काम कर रही है। आये दिन विधायिका किसी न किसी का चालान करा देती हैं। इस बारे में एसपी अजय सहानी का कहना है कि बाबू सिंह ने वाहन के ड्राइवर से झगड़ा किया था जिस कारण उसका चालान किया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस किसी के इशारे पर काम नहीं करती है।
सीएम की भी नहीं सुनते विधायक
बता दें कि सूबे के मुखिया अखिलेश यादव ने कई बार अपने मंत्री और विधायकों को सुधरने की नसीहत दी है लेकिन उनकी बात सपा नेताओं के लिए कोई मायने नहीं रखती है। आलम ये है कि इस बाहुबली सपा विधायिका के सामने कोई अपना सर तक नहीं उठा सकता, चाहे वो आम आदमी हो या खास। इतना ही नहीं इस दबंग विधायक के हंटर पर जिले के बड़े अफसर भी नाचते हैं। बताया जाता है कि विधायिका रुचिवीरा के इशारे पर ही विधानसभा क्षेत्र में थानेदारों की तैनाती की जाती है।