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घायल से बोला संयुक्त कमिश्नर का स्टाफ, वाहन में काम कराओ, तब होगा इलाज

locationमोरेनाPublished: Oct 24, 2016 08:08:00 pm

Submitted by:

monu sahu

घायल को टांगकर संयुक्त कमिश्नर के दरबार में ले गया स्टाफ, इलाज के लिए तड़पता रहा घायल

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मुरैना. चंबल कमिश्नर कार्यालय के गेट के सामने हाईवे पर संयुक्त कमिश्नर की एम्बेसडर कार से किसान लल्ला उर्फ संतोष पुत्र रामचरन गुर्जर निवासी जरारा की बाइक उस समय भिड़ गई जब गाड़ी अंदर कार्यालय के लिए मुड़ रही थी। दुर्घटना के बाद घायल किसान को इतनी चोट आई कि वह चल नहीं पा रहा था और दर्द से तड़प रहा था, उसके बाद भी संयुक्त कमिश्नर का स्टाफ बोला मैडम ने कहा है कि सरकारी वाहन में क्षति हुई है, पहले उसमें काम होगा, तब तुम्हारा इलाज होगा। इतना कहकर स्टाफ घायल को टांगकर संयुक्त कमिश्नर के कार्यालय प्रथम तल चंबल भवन ले गए। वहां कार्यालय के बाहर बेंच पर डाल दिया। वह बार-बार निवेदन कर रहा था कि मुझे अस्पताल ले चलो, लेकिन अधिकारी के आदेश तो स्टाफ को तो मानना ही था। आध घंटे तक वह बेंच पर तड़पता रहा। उसके बाद सिविल लाइन थाना पुलिस आई और उसको थाने ले गई। आधा घंटे तक थाने में तड़पता रहा, उसके बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया। सरकारी अमले की मानवता उस समय तार-तार हो गई जब एक घायल को इलाज के लिए ले जाना था, बल्कि उसको टांगकर अपने अधिकारी के दरबार में ले गए। बिडंवना यह है कि जिस समय एक्सीडेंट हुआ उस समय संयुक्त कमिश्नर भी वाहन में मौजूद थीं। उसके बाद भी किसी ने मानवता नहीं दिखाई, उनको सरकारी वाहन की क्षति दिखाई दे रही थी न कि किसान की चोट। नियमानुसार दुर्घटना में क्षतिग्रस्त वाहन के लिए मौके पर पार्टी से पैसा लीगल नहीं है, मामला न्यायालय में पहुंचता है, वहां न्यायाधीश द्वारा निर्णय दिया जाता है, लेकिन यहां तो लोगों को न्याय दिलाने वाले ही स्वयं यह भूल गए कि सरकारी वाहन में मरम्मत नियमानुसार होगी न कि बाइक सवार कराएगा।
पहले बार देखी इस तरह की कार्रवाई
लंबे समय बाद दुर्घटना में छोटे वाहन के खिलाफ पहली बार कार्रवाई होते देखी है। दुर्घटना में किसान घायल हुआ है और उसकी मोटरसाइकिल भी क्षतिग्रस्त हुई है। उसके बाद भी सिविल लाइन थाना पुलिस ने संयुक्त कमिश्नर के चालक शहजाद खान निवासी संजय कॉलोनी की रिपोर्ट पर बाइक क्रमांक एमपी ०६ एमडी ७५४० के चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया है। बाइक चालक का कहना है कि मैं तो गांव से तिली बेचने मंडी जा रहा था। अपनी साइड से बाइक से चल रहा था जबकि संयुक्त कमिश्नर के चालक ने बिना देखे ही गाड़ी स्पीड़ में मोड़ दी, जिससे मेरी बाइक एम्बेसडर कार में भिड़ गई।
संयुक्त कमिश्नर सीमा खान से सीधी बात
पत्रिका : आपकी गाड़ी से एक्सीडेंट हुआ है उसमें बाइक वाले को आरोपी बना दिया है।
गाड़ी हमारी तो क्रॉस हो गई थी, आपने ऑफिस तो देखा है न। ढलान पर उतर चुकी थी। पूरी रोड खाली थी। हमारी गाड़ी ऐसी कहीं लाने ले जाने लायक भी नहीं रही है।
पत्रिका : स्टाफ घायल बाइक वाले को ऊपर ले गया और कहा कि मैडम ने बुलाया है।
मैंने नहीं बुलाया, ऊपर बुलाने से कोई मतलब नहीं था। मैंने उनको बताया भी था, मैंने नहीं बुलाया।
पत्रिका : आपका स्टाफ कह रहा था मैडम ने बोला है कि गाड़ी में काम कराओ, उसके बाद इलाज होगा।
यह बात हुई जरूर थी कि हमारी गाड़ी में काम करा दे, क्योंकि इतना फंड हमारे पास भी नहीं है, लेकिन यह बात घायल से किसी ने नहीं कही है।
कथन
थाने में चालक ने रिपोर्ट लिखाई है उसमें लिखाया है कि संयुक्त कमिश्नर की गाड़ी सड़क किनारे खड़ी थी, तब बाइक वाले ने पीछे से टक्कर मारी है, इसलिए बाइक चालक को आरोपी बनाया है।
योगेन्द्र सिंह जादौन, टीआई, सिविल लाइन, मुरैना
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