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Movie Review: पैसा वसूल है “तनु वेड्स मनु रिटर्न्स”

Published: May 22, 2015 01:26:00 pm

लंबे इंतजार के बाद आखिरकार निर्देशक आनंद एल राय की फिल्म “तनु वेड्स मनु रिटर्न्स” रिलीज हो गई

tanu weds manu returns

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जयपुर। लंबे इंतजार के बाद आखिरकार निर्देशक आनंद एल राय की फिल्म “तनु वेड्स मनु रिटर्न्स”रिलीज हो गई। अमिताभ बच्चन और दीपिका स्टारर फिल्म “पीकू” के बाद दर्शकों के लिए यह फिल्म बेहतर मनोरंजन डोज बन सकती है। इस फिल्म के गाने और ट्रेलर तो पहले से ही सुपरहिट हो चुके हैं, अब अगर हम बात करें फिल्म की कहानी की तो शुरू से अंत तक आपको फिल्म में कहीं भी नहीं लगेगा की आपने अपने 3 घंटे वेस्ट किए या आपके पैसे वसूल नहीं हुए क्योंकि शुरूआत से अंत तक आपको यह फिल्म इंटरटेन करती रहेगी।


कहानी: फिल्म की कहानी शुरू होती है “तनु” और “मनु” की शादीशुदा जिन्दगी से, जिनकी शादी को चार साल हो गए । उनकी शादी का एक एक साल उनके बीच की दूरियों को बढ़ाता है और रिश्ते को खूबसूरत बनाने के बजाय आपसी झगड़े पैदा करता है। इसकी वजह से जन्म होता है “तनु वेड्स मनु रिटर्न्स” की कहानी का।

“तनु वेड्स मनु रिटर्न्स” की कहानी आगे बढ़ती है तनु उर्फ तनूजा त्रिवेदी (कंगना रनोट) और एनआरआई बेस्ड डॉक्टर मनु उर्फ मनोज शर्मा (आर माधवन) से जिनकी शादी को चार साल हो गए हैं और उनकी जिन्दगी आम शादीशुदा कपल की तरह है जो रोज लड़ते झगते हैं, लेकिन तनु और मनु की लड़ाई धीरे-धीरे इतनी बढ़ जाती है कि बात तलाक तक आ पहुंचती है। फिल्म की कहानी में लव मैरिज के बाद की अनबन और परेशानियों को दिखाया गया है, यह आम युवाओं में आजकल बढ़ता जा रहा है, लेकिन फिल्म की कहानी में टि्वस्ट आता है जब मनु को किसी कारण से दिल्ली आना पड़ता है और वहां उसकी मुलाकात होती है “कुसुम” उर्फ दत्तो (कंगना रनोट) से। कुसुम में तनु का चेहरा देख मनु को कुसुम से पहली नजर में प्यार हो जाता है, फिर शुरू होती है पति पत्नी और “वो” की कहानी।

जहां मनु कुसुम के प्यार में पागल हो जाता है, वहीं दूसरी ओर कहानी में एंट्री होती है तनु के पुराने प्रेमी राजा अवस्थी यानी जिम्मी शेरगिल की। तनु-मनु अपनी अपनी जिन्दगी में आगे बढ़ने लगते है। दोनों को किसी दूसरे की ओर अट्रेक्शन हो जाता है। इतना ही नहीं मनु दूसरी बार घोड़ी चढ़ने की तैयारी करता है। अब कहानी के अंत में क्या तनु और मनु वाकई अलग हो जाते है इसके लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी।


परफॉर्मेंस: फिल्म में सभी कलाकारों का अभिनय काबिले तारिफ है। फिल्म में सबसे दमदार एक्टिंग कंगना के “कुसुम” किरदार की है जो अपनी तेज तर्रार हरयाणवी से आपको एंटरटेन करती रहेगी। फिल्म की कहानी के अनुसार कलाकारों का चयन बेहद उम्दा है। ज्यादातर किरदार फिल्म के पहले पार्ट से ही हैं। हिमांशु शर्मा ने फिल्म की कहानी को बेहतर ढंग से पिरोया है। हालांकि फिल्म में कुछ-कुछ जगह आपको बिना वजह के सीन दिखाई देंगे जैसे माधवन के दोस्त जस्सी की बहन की शादी का हिस्सा और “ओल्ड स्कूल गर्ल” सॉन्ग, लेकिन बेहतरीन डायलॉग से सजी इस फिल्म में कॉमेडी, ड्रामा, इमोशन का डोज आपको फिल्म की छोटी मोटी गलतियों को नजर अंदाज करने पर मजबूर कर देगा। अगर आप अपना यह वीकएंड हंसते हुए निकालना चाहते हैं तो फिल्म जरूर देखने जाएं।

ओवरऑल: ओवरऑल फिल्म की बात करें तो फिल्म में लीड रोल कलाकारों के साथ फिल्म के साइड एक्टर जीशन, दीपक की अदाकारी इतनी दमदार लगेगी की आप अपने आप को सीट से बंधा हुआ महसूस करेंगे। निर्देशक और लेखकों की कलाकारी आपको इस फिल्म में साफ देखने को मिलेगी। फिल्म में सामाजिक समस्याओं को खूबसूरती से पेश किया गया है जो कि वह ज्ञान बांटती हुई नहीं बल्कि हंसी ठिठोली लगेगी। साल 2014 में फिल्म “क्वीन” के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकी एक्ट्रेस कंगना ने इस फिल्म से एक बार फिर साबित कर दिया की फिल्म की कहानी और बेहतरीन अभिनय से ही फिल्म हिट की जाती है ना कि स्टारडम से। फिल्म में कंगना के अलावा आर माधवन, जिमी शेरगिल की एक्टिंग भी काबिले तारीफ है।

निर्देशक: आनंद एल राय

कलाकार: कंगना रनोट, आर माधवन, जिमी शेरगिल, दीपक डोबरियाल, स्वरा भास्कर
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