यह महिला शक्ति और संविधान की जीत है। हमारी मांग गलत नहीं थी, हम किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं है।
मुंबई। भूमाता ब्रिगेड की अध्यक्ष तृप्ति देसाई 150 महिलाओं के साथ मुंबई के हाजी अली दरगाह में प्रवेश करेंगी। तृप्ति ने कहा कि हमारे आंदोलन के लिए यह एतिहासिक जीत है। यह महिला शक्ति और संविधान की जीत है। हमारी मांग गलत नहीं थी, हम किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं है।
विदित हो कि 5 साल के इंतजार के बाद हाजी अली दरगाह के मुख्य मजार में महिलाओं को एंट्री मिली। 29 नवंबर को 80 महिलाओं ने चादर भी चढ़ाई। एंट्री बैन पर महिला संगठनों ने कोर्ट से गुहार लगाई थी, जिसके बाद अक्टूबर में सुप्रीम कोर्ट ने पुरुषों की तरह महिलाओं को जाने की इजाजत देने का फैसला सुनाया था।
जारी रहेगा आंदोलन
भूमाता ब्रिगेड की तृप्ति देसाई ने भी हाजी अली में महिलाओं को एंट्री दिलाने के लिए आंदोलन किया था। कोर्ट के फैसले के बाद देसाई ने कहा था कि मुझे खुशी है कि महिलाओं को समानता का अधिकार मिला है। यह बड़ी जीत है, हम आंदोलन जारी रखेंगे।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के शनि शिंगणापुर मंदिर में तृप्ति देसाई के आंदोलन के बाद महिलाओं को शनि मंदिर में प्रवेश मिला था।