एसएसपीपी सुधारेगी झोपड़ों की सूरत
मुंबईPublished: Sep 30, 2015 11:18:00 pm
राज्य सरकार ने सौंपा पहले चरण में 240 परियोजनाओं को सुधारने का जिम्मा
मुंबई। विलंबित और बिल्डरों की ओर से फंसाई गईं स्लम परियोजनाओं को विकसित करने का जिम्मा अब राज्य का गृह निर्माण विभाग शिवशाही पुनर्वसन प्रकल्प (एसएसपीपी) को देने का फैसला किया गया है। सूबे की फडनवीस सरकार एसएसपीपी के जरिए मुंबई शहर और उपनगर में किफायती घरों को प्रमोट करने का काम करेगी। बता दें कि एसएसपीपी का निर्माण पिछली युति सरकार के दौरान किया गया था। शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे का बहुत ही प्रिय प्रोजेक्ट एसएसपीपी था। सूत्रों ने बताया कि पहले चरण में 240 परियोजनाओं को पूरा करने का जिम्मा एसएसपीपी को दिया जाएगा।
सरकार बिल्डरों से भी करेगी पूछताछ
गृह निर्माण मंत्री प्रकाश मेहता ने बताया कि सरकार ने लंबे से लटकी पड़ी परियोजनाओं को विकसित करने के लिए शिवशाही पुनर्वसन प्रकल्प को देने का फैसला किया है। हाल ही में सरकार ने एसआरए से शिवशाही पुनर्वसन प्रकल्प को 500 करोड़ रूपए देने का निर्देश दिया था। मेहता ने कहा कि हमने एसआरए योजना में तेजी लाने का फैसला किया है और साथ ही सरकार ने एसएसपीपी को सक्रिय कर दिया है। इसके अलावा एसएसपीपी के स्वयं की परियोजनाओं को भी पुनर्विकसित करने का काम करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार बिल्डरों से पूछेगी कि अगर वे परियोजना को पुनर्विकसित करने वाले हैं तो एक समयबद्ध कार्यक्रम तैयार करें। अगर किसी भी तरह की वित्तीय दिक्कत आएगी तो निर्धारित अवधि में परियोजना को पूरा करने के लिए एसएसपीपी के साथ उनका गठजोड़ किया जाएगा।
पूरी नहीं हो सकीं कई परियोजनाएं
बता दें कि पिछले दो दशक में एसआरए ने 24 फीसदी परियोजनाओं को पूरा किया गया है। तब से 2,395 परियोजनाओं को मंजूरी मिली है। इसमें से केवल 597 योजनाओं का लागू किया गया है। साथ ही 1.53 लाख झुग्गी बस्ती में रहने वाले लोगों का पुनर्वास किया है। एसआरए परियोजनाओं का लक्ष्य झोपड़ा वासियों को बेहतर घर मुहैया कराना है, लेकिन एसआरए की योजनाएं मुकदमेबाजी में फंस गईं, नतीजतन कई परियोजनाएं पूरी ही नहीं हो सकीं।