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40 के बाद भी नहीं देर होगी रिटायरमेंट प्लानिंग में 

रिटायरमेंट प्लानिंग की बात आते ही हमारे मन में कई तरह के विचार आते हैं। पहला विचार आता है कि हम आजीवन काम करते रहेंगे, जो असलियत में केवल इस विषय को टालने का एक बहाना होता है।

Jul 01, 2017 / 02:48 pm

manish ranjan

Retirement Planning

Retirement Planning

नई दिल्ली।  रिटायरमेंट प्लानिंग की बात आते ही हमारे मन में कई तरह के विचार आते हैं। पहला विचार आता है कि हम आजीवन काम करते रहेंगे, जो असलियत में केवल इस विषय को टालने का एक बहाना होता है। जब तक हमें रिटायरमेंट की प्लानिंग के महत्व का अहसास होता है, तब तक काफी देर हो चुकी होती है। लेकिन, काम कभी न करने से बेहतर है कि देर से ही दिया जाए। आपकी रिटायरमेंट की प्लानिंग के लिए कोई भी समय सही है। रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए सबसे जरूरी है कि आप सही समय पर सही निर्णय लेते हुए सही निवेश के अवसर पहचानें तथा इस लक्ष्य की ओर आगे बढऩे हेतु क्रियान्वयन एवं निरीक्षण के लिए एक उचित मंच चुना जाए। 

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प्राथमिकता तय करें 
कभी भी अपनी रिटायरमेंट प्लानिंग को वैकल्पिक न मानें। बल्कि इसे प्राथमिकता से लें। यह न भूलें कि आपकी रिटायरमेंट प्लानिंग कल आपके लिए आज जैसा लाइफस्टाइल सुनिश्चित करेगी। तो सुनिश्चित करें कि आपका रिटायरमेंट आपकी वृद्धावस्था में आपकी वर्तमान जीवनशैली सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त हो।

एक कार्य योजना बनाएं
अच्छे सेवानिवृत्त जीवन के लिए नियोजन की प्रक्रिया कोई एक बार का मामला नहीं है। आपके लक्ष्य को आपकी बेहतर होती जीवनशैली, आकस्मिक खर्चों, स्वास्थ्य की स्थिति, जीवन की प्रत्याशा आदि के आधार पर अपग्रेड करने की जरूरत होती है। याद रखें कि आपको एक ऐसी योजना बनाने की जरूरत होती है, जो न केवल आपके प्रत्याशित जीवन के लिए पर्याप्त हो, बल्कि आपकी अनुपस्थिति में आपके जीवनसाथी की जरूरतों को भी पूरा करे। एक सोचा समझा तरीका आपको महत्वपूर्ण बातों को समझने, रिटायरमेंट के समय का निर्धारण करने और रिटायरमेंट के बाद काम करने तथा अपने प्रियजनों के लिए संपत्ति छोडऩे का फैसला करने में मदद करेगा। 

चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ें
जब रिटायरमेंट की प्लानिंग की बात आती है, तो समय सबसे जरूरी है। एक योगदान निर्धारित करें, जो आप अपनी सेवानिवृत्ति के लिए देना चाहते हैं। अंतिम लक्ष्य आपकी वर्तमान बचत की अनुमानित दर से ज्यादा हो सकता है। इसके लिए आपको बीते समय की भरपाई करने के लिए आपका योगदान काफी बढ़ाने की जरूरत पड़ सकती है। साथ ही यह भी समझ लें कि आपकी बचत आपकी आय में वृद्धि के साथ बढ़ती रहेगी। एक चरणबद्ध प्रक्रिया चुनें जिसमें आप रिटायरमेंट के लिए अपेक्षित राशि में हर साल एक नियत राशि बढ़ा सकें। यह निकल चुके समय को संतुलित करने का एक अनुशासित तरीका है। 

समय-समय पर निवेश का निरीक्षण 
रिटायरमेंट प्लानिंग एक कठिन प्रक्रिया लगती है, जिसके लिए जमा की जाने वाली राशि, आपकी धनार्जन करने वाली आयु समाप्त होने तक यह राशि हासिल करने के लिए किए जाने वाले निवेशों, रिटायरमेंट पर समय-समय पर होने वाले खर्चों, कहां निवेश करें, यह परिभाषित करने की दृष्टि से काफी पारदर्शिता की जरूरत होती है। साथ ही लगातार निवेश का निरीक्षण करना पड़ता है। यह कोई पेपर पर खींची जाने वाली सरल योजना नहीं है, बल्कि एक गंभीर गतिविधि है, जिसे विशेषज्ञों तथा सुविकसित सिस्टम के साथ उचित आंकड़ों की मदद से अंजाम देना चाहिये। आंकड़ों पर पारदर्शिता तथा स्पष्ट नगद प्रवाह आपको पूरी यात्रा के दौरान अपनी संपूर्ण योजना पर नियंत्रण में रखने में मदद करते हैं। 

इक्विटी नई एन्युइटी है
रिटायरमेंट प्लानिंग तथा परंपरागत जमा जैसे सावधि जमा, पेंशन फंड आदि में लोगों को अक्सर भ्रम हो जाता है। जब रिटायरमेंट के लक्ष्य के लिए सही निवेश चुनने की बात आती है, तब यह जोखिम एवं लाभ के बीच का कारोबार है। यदि आप 40 वर्ष की आयु के पास हैं, तो अभी भी आपके रिटायर होने में 15 साल से अधिक समय है। यह एक लंबा समय है, जिसमें आप इक्विटी लिंक्ड उपकरणों में निवेश करके बाजार में बढ़ोतरी के फायदे उठाकर शानदार रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं। 

अब सवाल उठता है कि आप यह कैसे कर सकते हैं? जवाब आसान है।
पहला चरण
अपने जोखिम उठाने की क्षमता के अनुकूल एक सिस्टैमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान के माध्यम से युचुअल फंडों के कुछ सुविविधीकृत पोर्टफोलियो में आवश्यक राशि निवेश करना जारी रखें। इससे आपको किसी अन्य परंपरागत निवेश के मुकाबले बेहतर रिटर्न मिलेगा। एक बेहतरीन पोर्टफोलियो के लिए नियमित तौर पर अपने निवेश का निरीक्षण करते रहें। 

दूसरा चरण 
रिटायरमेंट पर, आप समान फंड्स में अपना निवेश जारी रख सकते हैं। इसी समय ऐसे फंड्स की भी पहचान कर सकते हैं जिनकी जरूरत हर महीने के खर्च के लिए पड़ सकती है। आप इन निवेश से सिस्टैमैटिक विद्ड्राअल प्लान (एसडब्लूपी) शुरू कर सकते हैं। यह संयोजन सुनिश्चित करेगा कि आपकी पूंजी में तेजी से वृद्धि हो रही है और आपके पास अपनी जरूरत अनुसार पूंजी निकालने की लचीलता भी है।


आप अपने स्वर्णिम वर्षों के लिए निवेश के साथ अपनी लाइफस्टाइल सुरक्षित करते हैं, लेकिन एक अच्छे मेडिकल प्लान के बारे में भी सोच विचार करें, जोकि आपके रिटायरमेंट के बाद सभी संभावित स्वास्थ्य खतरों को कवर करता हो। कंटिजेंसी फंड (आकस्मिक निधि) के लिए भी कुछ बचत करें तोकि किसी भी अप्रत्याशित घटना में अपनी आर्थिक सेहत की देखभाल कर सके। अपने स्वर्णिम वर्षों के लिए योजना बनाने में कभी विलंब नहीं होता और इसे अभी से शुरू करने से बेहतर कोई और समय नहीं हो सकता।


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