स्टॉक डील
स्टॉक के लेवल पर मार्जिन तीन तरह का होता है, वैल्यू एट रिस्क (वीएआर), एक्सट्रीम लॉस मार्जिन (ईएलएम) और मार्क टू मार्केट (एमटीएम) मार्जिन।
क्या है वीएआर
ऑर्डर देते वक्त टोकन मनी के रूप में मार्जिन लिया जाता है, इसलिए ऑर्डर प्लेसमेंट और दो दिन बाद फाइनल डिलिवरी के बीच स्टॉक की कीमत में संभावित बदलाव को भी ध्यान में रखना जरूरी होता है। वीएआर एक तरह का स्टैस्टिटिकल फार्मुला होता है, जिसे स्टॉक के ऎतिहासिक कीमत और उसकी कीमत में उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखकर बनाया गया है।
ईएलएम
यह मार्जिन इस संभावना के आधार पर वसूल किया जाता है कि शेयर की वोलैटिलिटी वीएएआर मेथड से निकाली गई वोलैटिलिटी से ज्यादा भी हो सकती है।
एमटीएम
मार्क टू मार्केट मार्जिन किसी स्टॉक के बाय या सेल ऑर्डर के बाद उसकी कीमत में उतार-चढ़ाव से होने वाले लॉस यानी सांकेतिक घाटे को देखते हुए लिया जाता है। ऑप्शन खरीदार से प्रीमियम मार्जिन ली जाती है जबकि सेलर से असाइनमेंट मार्जिन वसूल की जाती है।