मेरठ। मेरठ छावनी के फाजलपुर आर्मी के वेयर हाउस में घुसे तेंदुए को आखिरकार वन विभाग की टीम ने करीब 60 घंटे के बाद पकड़ लिया। उसे ट्रैंकुलाइजर गन से बेहोश किया गया। ऑपरेशन के दौरान गुरुवार सुबह भी तेंदुए भी हमला करके एक डाॅक्टर को घायल कर दिया था। फिलहाल तेंदुए को पिंजरे में रखा गया है।
गुरुवार सुबह भी फाजलपुर में आर्मी के वेयर हाउस में घुसे तेंदुए को पकड़ने का अभियान जारी रहा। सुबह तेंदुए को काबू में करने के लिए डॉक्टर की टीम ने दो ट्रेंकुलाइजर शॉट मारे। तीसरा शॉट मरते वक्त तेंदुए ने डाॅक्टर पर हमला बोल दिया। इससे डॉक्टर घायल हो गया। उसको टांके लगाए गए। हालांकि, तेंदुए के बेहोश होने के बाद वन विभाग के कर्मचारियों ने उसे पिंजरे में बंद कर दिया।
अस्पताल में घुस गया था तेंदुआ गौरतलब है कि मंगलवार को सुबह तेंदुआ मेरठ कैंट स्थित सैनिक अस्पताल में घुस आया था। पहले तेंदुआ महिला और बच्चा वार्ड में दिखाई दिया। अस्पताल के ऑफिस का गेट खोलते वक्त हेल्थ इंस्पेक्टर विष्णु तिवारी पर तेंदुए ने हमला कर दिया तो उन्होंने वहां से भागकर अपनी जान बचाई। जैसे ही तिवारी सुबह साढ़े सात बजे दफ्तर का ताला खोलने लगे तो दहाड़ के साथ तेंदुए ने उन पर हमला बोला। विष्णु तिवारी के मुताबिक, तेंदुआ भाग रहा था तो उसके पैर में लोहे की जाली से चोट लग गई, जिससे उसका खून बहने लगा। उसी खून के निशान बच्चा वार्ड के पास देखे गए। इसके अलावा अस्पताल में कई जगह तेंदुए के पैरों के निशान मिले हैं। वहीं, मंगलवार देर रात को उसने फाजलपुर गांव में कई लोगों को घायल कर दिया। घायलों को सुभारति अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि तेंदुआ सोमवार रात को ही क्षेत्र में घुस आया था।
Hindi News/ Muzaffarnagar / आखिर 60 घंटे बाद पकड़ में आया मेरठ में तेंदुआ