नागौर/उदयपुर। नागौर के डागावास
गांव में जमीन विवाद को लेकर गुटीय संघर्ष में चार जनों की मौत के मामले में गृह
मंत्री गुलाब चंद कटारिया ने शनिवार को विवादित बयान दिया है।
मामले में
आरोपियों की अब तक गिरफ्तारी नहीं होने पर शनिवार को यहां उदयपुर प्रवास के दौरान
कटारिया ने घटना पर खेद जताते हुए कहा कि आरोपी नामजद हैं। घटना के बाद लोग इधर-उधर
हो जाते हैं, एकदम से हमारे पास जादू नहीं है, भले दो दिन बाद ही सही पुलिस इन्हें
पकड़ लेगी। ये भागकर जाएंगे कहां। उन्होंने कहा कि राज्य में एक भी संगीन केस नहीं
बचा है, जिसमें कार्रवाई नहीं हुई हो। इस घटना के बारे में भी उनकी पुलिस
अधिकारियों से बातचीत हुई है। पुलिस गिरफ्तारी में लगी हुई है।
पंचायत में हुआ
संघर्ष
नागौर के डांगावास गांव में गुरूवार को 23 बीघा जमीन विवाद में पंचायत
बुलाई गई। इसका बुलावा लेकर पहुंचे युवक की गोली मारकर हत्या कर दी।
इसके
बाद गुस्साए जाटों ने दूसरे पक्ष के लोगों पर हमला किया। महिलाओं से भी मारपीट हुई।
आरोप है कि जाट समुदाय के लोगों ने तीन दलितों को ट्रैक्टर से कुचल कर मार डाला,
जबकि पुलिस का दावा है कि मौत लाठी-डंडों और कुल्हाड़ी से लगी चोटों से हुई
है।
अस्पताल में भी हमला
दलितों का आरोप है, दूसरे पक्ष ने अस्पताल में
भर्तीü घायलों पर भी हमले का प्रयास किया। एहतियातन अस्पताल में पुलिस तैनात कर दी
गई है। दलित समुदाय के लोगों ने मृतकों का अंतिम संस्कार करने के लिए पुलिस सुरक्षा
की गुहार लगाई है। डर से दलितों ने घर छोड़ दिए हैं। क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल
तैनात किया गया हैं।
200 पर एफआईआर
नागौर पुलिस ने 200 लोगों के खिलाफ
मामला दर्ज किया। इनमें 27 नामजद हैं। किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया
हैं।