भाभी की सार-संभाल के लिए आई थी, मौत ने खींच लिया अर्चना को
नागौरPublished: Aug 01, 2015 07:07:00 am
श्रीबालाजी के हनुमान मंदिर स्थित ढाणियों में रहने वाले परिवारों के लिए इस वर्ष
की बारिश कभी नहीं भुलाने वाली दर्दनाक बारिश साबित हुई। ढाणियों में रहने
नागौर। श्रीबालाजी के हनुमान मंदिर स्थित ढाणियों में रहने वाले परिवारों के लिए इस वर्ष की बारिश कभी नहीं भुलाने वाली दर्दनाक बारिश साबित हुई। ढाणियों में रहने वाले किशोरराम की पत्नी आचू के गर्भवती होने के कारण उसकी देखभाल के लिए नणद अर्चना उसके घर पर सो रही थी। परिवारिक जिम्मेदारियों को निभाने के दौरान किसे इस बात का अहसास था कि अर्चना भाभी की सार-संभाल के दौरान दुनिया छोड़ चली जाएगी।
जोधपुर में मजदूरी करता है किशनाराम
किशनाराम का घर भी पिता अमलाराम के पड़ोस में ही है। वह जोधपुर में मजदूरी कर परिवार का पेट निकालता है। परिवार की छोटी बड़ी जिम्मेदारी व सार-संभाल परिवार के दूसरे सदस्यों के भरोसे ही थी।
एक बच्चे के दुनिया में आने की तैयारी, दो दुनिया छोड़ गए
किशनाराम की पत्नी आचू के दोनों मासूम बच्चों की इस दर्दनाक हादसे में मौत हो चुकी है। गमगीन माहौल में बुआ व दोनों भतीजों का अंतिम संस्कार कर दिया है। दूसरी तरफ मौत व जिंदगी के बीच जुझ रही आचू गर्भवती है। जहां उसके दो बेटों ने दुनिया छोड़ दी, वहीं प्रसव नजदीक होने के कारण एक बच्चा दुनिया में आने की तैयारी कर रहा है। बेहोशी की हालत में आचू को यह भी पता नहीं कि उसके दोनों पुत्र अब नहीं रहे।