scriptसोशियल मीडिया बन रहा है “झूठ बेचने का बाजार” | Social media has become a "market to sell the lie" | Patrika News

सोशियल मीडिया बन रहा है “झूठ बेचने का बाजार”

locationनागौरPublished: Jul 05, 2015 01:57:00 am

वाट्सएप व फेसबुक
जैसे सोशियल मीडिया पिछले कई दिनों से नागौर जिले के लोगों के लिए परेशानी का सबब
बनी हुई है। कुछ यूजर वाट्सएप व फेसबुक पर आए

Nagaur news

Nagaur news

नागौर। वाट्सएप व फेसबुक जैसे सोशियल मीडिया पिछले कई दिनों से नागौर जिले के लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। कुछ यूजर वाट्सएप व फेसबुक पर आए दिन भ्रामक एवं झूठी सूचनाएं प्रसारित कर सामाजिक सौहाद्रü बिगाड़ने का काम कर रहे हैं। पिछले एक माह से जिले में प्रत्येक सप्ताह दो से तीन झूठी खबरें वाट्सएप के जरिए वायरल की जा रही हैं जो जिले का माहौल खराब करने का सबब बन सकती हैं। वाट्सएप यूजर की गोपनीयता व बिना शिकायत के पुलिस भी इस तरह के मामलों में एक्शन नहीं ले पाती।

केस -1
फिर वही कोशिश
मई माह की अंतिम तारीख को कुम्हारी गांव में मृत गायों के मिलने के मामले में बड़ा बवाल हुआ और उपद्रवियों ने उत्पात मचाया। मौके पर ही झूठी सूचना की पुष्टि होने के बावजूद लोगों की भावनाओं पर काबू पाना मुशिकल हो गया। इस दौरान पुलिस व प्रशासन की सूझबूझ व सहनशीलता से मामला काबू में आया था। अब पूरे एक महीने बाद वही मैसेज फिर से एडिट कर जगह-जगह फैलाया जा रहा है। वाट्सएप यूजरों के पास चार दिन से यह मैसेज चल रहा है, जबकि इसमें कोई सच्चाई नहीं है।


केस -2
एडिट कर फैलाया झूठ
गत कुछ दिनों से जम्मू कश्मीर के एक अस्पताल मे भर्ती एक युवती को लेकर जिले में भ्रम फैलाया जा रहा है। इस मैसेज को भेजने का शुरूआती मकसद युवती के माता-पिता का पता लगाना था, लेकिन लोगों ने इस मैसेज को एडिट कर दिया और लड़की के पास मेड़ता सिटी निवासी होने की आईडी बताकर भ्रम फैला दिया। यह मैसेज जिले में आग की तरह फैला और अभी तक फैलाया जा रहा है। जबकि अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है कि लड़की के पास कोई आईडी मिली है या नहीं। इसके बावजूद मैसेज को एडिट कर दिया।

केस -3
गुमशुदगी मैसेज
जो बच्चे मिल चुके हैं या गायब ही नहीं हुए उनके फोटो अभी भी वाट्सएप पर चल रहे हैं। अगर कोई व्यक्ति पांच या छह ग्रुप से जुड़ा है तो उसके पास गुमशुदगी से जुड़ा एक मैसेज तो रोजाना आ जाता है। गत दिनों से नागौर के मूण्डवा चौराहा पर एक लड़की के रोते हुए मिलने का मैसेज चल रहा है, जबकि पुलिस को इसका पता ही नहीं है।

समझें अपनी जिम्मेदारी
सामाजिक व्यवस्था को प्रभावित करने वाली सूचना वाट्सएप पर आने पर आमजन पुलिस से इसकी पुष्टि करें। इसके लिए पुलिस कंट्रोल रूम या 100 नम्बर पर कॉल कर सकते हैं। मैसेज झूठा हो तो भी पुलिस को इसकी शिकायत दें। ताकि इस तरह के मैसेज आगे नहीं फैले। वाट्सएप यूजर के लिए इस तरह के मैसेज पर रोक लगाना काफी मुश्किल काम है, लेकिन यूजर पहले पुष्टि करें और फिर मैसेज फॅारवर्ड करें। अगर किसी ने भ्रम फैलाने वाला मैसेज कर दिया तो उसे टोकें और तत्काल ऎसा नहीं करने के लिए कहें। ताकि ग्रुप में मौजूद अन्य लोग उस मैसेज को आगे नहीं भेजे।

आजमाते हैं यूजर को
कुम्हारी से जोड़कर फैलाए गए मैसेज में लोगों की सहनशीलता को भी आजमाया है। भ्रामक सूचना के बाद लिखा होता है कि इस मैसेज को 4 ग्रुप में भेजो, आपको आपकी मां की कसम है। ऎसे में बहुत से यूजर ऎसे मैसेज को बिना विचार किए आगे फारवर्ड कर देते हैं।

भ्रम फैलाने वालों पर नहीं करें भरोसा
इस तरह के भ्रामक मैसेज फैलाने वाले लोगों पर भरोसा नहीं करें। मैसेज आने पर इसकी तस्दीक की जाए। ये मैसेज सामाजिक सौहाद्रü को प्रभावित करते हैं। ऎसे करने वालों को भी अन्य लोग तत्काल राकें। – राजन विशाल, जिला कलक्टर, नागौर

करेंगे सख्त कार्रवाई
इस तरह के मामलों की तत्काल पुलिस में शिकायत करनी चाहिए। मैसेज फारवर्ड करने से पहले पुष्टि करें कि सूचना सही है या गलत। इस तरह के मैसेज की जांच करवाई जा रही है। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत कार्रवाई करेंगे।
– गौरव श्रीवास्तव, एसपी, नागौर
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो