नोएडा. आम्रपाली ग्रुप के हेल्थ केयर के सीईओ नीतीश कुमार सिन्हा और कंपनी के डारेक्टर निशांत मुकुन्द को दादरी एसडीएम ने उनके सेक्टर-62 स्थित ऑफिस से लेबर रेवन्यू एक्ट 171 के तहत गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी लेबर वेलफेयर सेस का करीब 4 करोड़ 29 लाख रुपये जमा नहीं कराने पर की गई है। अधिकारियों का कहना है कि आरोपियों को कई बार तहसीलदार की तरफ से नोटिस जारी किया गया था, लेकिन बिल्डर की तरफ से कोई जवाब नहीं दिया जा रहा था। वहीं डिप्टी लेबर की तरफ से भी कई नोटिस भेजे गए, लेकिन जब लेबर वेलफेयर सेस जमा नहीं कराया गया तो एसडीएम दादरी ने कार्रवाई करते हुए दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
जानकारी के मुताबिक आम्रपाली हेल्थ केयर के सीईओ और डारेक्टर दोनों को दादरी एसडीएम ने गिरफ्तार कर लिया है। इन पर मजदूरों के वेलफेयर में खर्च होने वाले पैसे को जमा नहीं करने का आरोप है। आम्रपाली ग्रुप ने एक प्रोजेक्ट की शुरुआत की थी, लेकिन आम्रपाली ने अभी तक ये पैसा जमा नहीं किया था। जिसकी रकम बढ़ते-बढ़ते 4 करोड़ 29 लाख तक पहुच गई थी। बताया जा रहा है कि कंपनी के रुपये जमा न कराने पर नोटिस जारी किया गया था। नोटिस का जवाब न मिलने पर नियमानुसार रिकवरी सर्टिफिकेट (आरसी) जारी किया गया था, लेकिन निर्धारित समय बीत जाने के बाद भी रकम नहीं जमा कराने पर सीईओ नीतीश कुमार सिन्हा और कंपनी के डारेक्टर निशांत मुकुन्द को गिरफ्तार कर लिया गया।
एसडीएम ने बताया कि लेबर रेवन्यू एक्ट 171 के तहत नियम के अनुसार 100 मीटर से अधिक भूमि पर निर्माण करने के एवज में किसी भी व्यक्ति या कंपनी को अनुमानित लागत का एक प्रतिशत रकम लेबर वेलफेयर सेस के रूप में डिप्टी लेबर कमिश्नर के आफिस में जमा कराना होता है। इस रकम को श्रमिकों के कल्याण के लिए बनाई गई शासन योजना पर खर्च किया जाता है। अधिकारियों का मानना है कि इस गिरफ्तारी से एक मैसेज जाएगा और जिस बिल्डर का भी सेस का बकाया होगा। उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही होगी।
गिरफ्तारी से नहीं, बाॅयर्स से ठगा हुआ रुपया निकलवाने पर होगा असर
इधर आम्रपाली बिल्डर पर हुर्इ कार्रवार्इ के बाद नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान ने कहा कि बिल्डर के इस तरह जेल जाने से ही सिर्फ बॉयर्स की समस्याओं का समाधान नहीं होगा। बिल्डर्स ने जो बाॅयर्स का पैसा खाया है। वह उन्होंने कहां शिफ्ट किया। ये पुलिस टीम आैर सरकार पता करे और उसको रिकवर करके फ्लैटों का निर्माण पूरा कराए तब इसका फायदा होगा। अन्नू खान ने कहा की लाखों बाॅयर्स के फ्लैट के काम अधूरे पड़े हैं। किसी सोसायटी की रजिस्ट्री नहीं हुई है, तो किसी में वादे के अनुसार आधे से ज्यादा चीजों का निर्माण ही नहीं कराया गया है।