नोएडा: बाबरी ढांचे की विध्वंस की 24वीं बरसी के मौके पर शिव सैनिकों ने हाथों में त्रिशूल लेकर मेरठ की सड़कों पर विजय जुलूस निकाला। वह राम मंदिर के निर्माण को लेकर नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे। अवकाश होने की वजह से डीएम बी. चंद्रकला की गैरमौजूदगी में एसीएम को पीएम के नाम का ज्ञापन भी सौंपा। जिसके बाद कई तरह के नारे लगाते हुए शिवसैनिक वापस लौट आए।
तलवार और त्रिशूलों के साथ किया शक्ति प्रदर्र्शन
मंगलवार 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद विध्वंस के मौके पर मेरठ में शिवसैनिकों ने तलवार और त्रिशूलों के माध्यम से शक्ति प्रदर्शन करते हुए जुलूस निकाला। इस मौके पर सैकड़ों शिवसैनिक छिपी टैंक स्थित कार्यालय पहुंचे और वहां से जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र तोमर और महानगर अध्यक्ष संदीप गर्ग के नेतृत्व में उन्होंने वो कमिश्नरी चौराहे से होते हुए कलक्ट्रेट पहुंचे। पूरे रास्ते उन्होंने राम मंदिर निर्माण को लेकर नारे लगाए कि ‘जब राम भक्तों की सरकार है, फिर काहे की तकरार है’।
सभी ने लिया संकल्प
इस मौके पर सभी लोगों के हाथों में घंटे-घड़ियाल भी थे। इस मौके पर सभी के लोग के हाथों में शंख और भगवा झंडे लेकर चल रहे थे। सभी ने इस बात का संकल्प लिया कि अब राम मंदिर निर्माण में किसी तरह की देरी नहीं की जाएगी। इस मौके पर सभी लोगों को मिठाईयां भी बांटी गई। धर्मेंद्र तोमर ने कहा कि हम प्रधानमंत्री से मांग करते हैं कि जल्द से जल्द वह राम मंदिर निर्माण को लेकर कानून लेकर आएं। उन्होंने नारे में कहा कि ‘मंदिर भी बनाना होगा और तरीख भी बताना होगा’। एक और नारा लगाया कि ‘मंदिर वहीं बनाएंगे, पर तारीख कब बताएंगे’। वहीं पीएम मोदी के अच्छे दिन वाले जुमले जैसा कि ‘राम मंदिर के अच्छे दिन कब आएंगे’। जैसी बातें भी कही गईं।