नोएडा। ग्रेटर नोएडा के नवोदय विद्यालय के छठी कक्षा में पढ़ने वाले छात्र की बीमारी से संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। उसकी कक्षा समेत विद्यालय के अन्य कक्षाआें के छात्रों ने उसकी मौत का जिम्मेदार प्रधानाचार्य व वार्डन को ठहराया है। छात्रों का आरोप है कि छात्र कर्इ दिनों से बीमार था, लेकिन उसे दिखाया नहीं गया। उल्टा वार्डन ने उसे ठंडे पानी से नहला दिया, जिससे उसकी तबियत बिगड़ने के बाद अस्पताल में मौत हो गर्इ। नाराज छात्रों ने देर रात तक स्कूल में हंगामा किया।
बिहार के छपरा निवासी उपेंद्र ने कुछ समय पूर्व ही अपने 12 वर्षीय बेटे आदित्य का दादरी के धूममानिकपुर स्थित नवोदय विधालय में दाखिला दिलवाया था। आदित्य कक्षा छह का छात्र था। उसके साथियों ने बताया कि आदित्य को गुरुवार शाम से ही बुखार था। बुखार होने की जानकारी आदित्य आैर उसके दोस्तों ने टीचर आैर वार्डन को भी दी थी। आरोप है कि स्कूल टीचरों ने उसकी हालत देखने आैर दवार्इ देने के बजाए उल्टा आदित्य पर क्लास में न आने के लिए बुखार का बहाना बनाने का आरोप लगा दिया।
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टीचरों की लापरवाही के चलते तड़पता रहा छात्र
पता लगने के बाद भी छात्र की तबीयत देखने के बजाए टीचरों ने उसी पर क्लास में न आने का आरोप लगाते हुए उसे दवा तक नहीं दिलार्इ। यहीं कारण है कि आदित्य की तबियत आैर बिगड़ती चली गर्इ। छात्रों का आरोप है कि सोमवार को हॉस्टल वार्डन ने टीचरों की लापरवाही के साथ ही अपनी कोर्इ जिम्मेदारी न दिखाते हुए आदित्य को ठंडे पानी से नहला दिया। इससे उसकी तबीयत आैर ज्यारा खराब हो गई। आदित्य का शरीर तपने आैर उसके कांपने पर शिक्षकों ने छात्र को दादरी के नवीन अस्पताल में भर्ती कराया। छात्र की गंभीर हालत को देखते हुए नवीन अस्पताल ने उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। यहां से उसे दिल्ली अस्पताल भेजा गया। वहां शाम करीब चार बजे आदित्य की इलाज के दौरान मौत हो गर्इ ।
छात्रों ने किया हंगामा
अस्पताल में आदित्य की मौत के बाद हाॅस्टल में रह रहे छात्रों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। छात्रों ने आरोप लगाया कि आदित्य की मौत प्रधानाचार्य से लेकर वार्डन तक की लापरवाही से हुर्इ है। अगर टीचर या वार्डन पहले ही दिन आदित्य को दवार्इ दे देते तो वह जिंदा होता। आरोप है कि टीचरों ने आदित्य को दवार्इ देना तो दूर उसके परिजनों को इसकी सूचना तक नहीं दी। अब स्कूल छात्रों ने मंगलवार को भी कक्षाआें का बहिष्कार करने के साथ ही डीएम को बुलाने की मांग की है। उनके न पहुंचने तक छात्रों ने कक्षा न लेने का एेलान किया है। इस बारे में डीएम एनपी सिंह का कहना है कि दादरी के नवोदय स्कूल में छात्र की मौत का मामला संज्ञान में आया है। छात्र के उपचार में अगर प्रबंधन द्घारा लापरवाही बरती गर्इ है, तो उन पर कार्रवार्इ की जाएगी।