नोएडा. जहां एक ओर समाजवादी पार्टी में घरेलू विवाद निपटने का नाम नहीं ले रहा है। दूसरी ओर भाजपा और बसपा आपसी बयानबाजी कर एक-दूसरे को नीचा दिखाने का भरसक प्रयास कर रहे हैं। भाजपा के एक विधायक ने बसपा के एक बड़े नेता के खिलाफ विवादित बयान दिया है। वैसे इस विवादित बयान के खिलाफ बसपा की ओर से पलटवार नहीं हुआ है। आपको बता दें कि वेस्ट यूपी में भाजपा हिंदू और बसपा मुस्लिम वोटों को अपने नाम करने में जुटी हुई हैं।
ये दिया विवादित बयान
सहारनपुर से भाजपा नेता एवं विधायक धर्म सिंह सैनी ने कार्यकर्ता बैठक में बसपा महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी के खिलाफ विवादित बयान दिया है। उन्होंने नसीमुद्दीन पर निशाना साधते हुए कहा कि दलित विरोधी इस नेता ने दलितों का ही शोषण किया है। बसपा कार्यकर्ता कश्मीरी लाल की मौत के बाद एकत्र किए गए 20 लाख रुपए में से 9 लाख का गबन कर इसके परिजनों को सिर्फ 11 लाख रुपए ही भिजवाए थे। कहा नसीमुद्दीन लाश के पैसे तक खा जाते हैं। इस विवादित बयान के बाद अभी तक नसीमुद्दीन का कोई बयान नहीं आया है।
अपने बेटे को लड़ाना चाहते हैं नसीमुद्दीन
भगत सिंह कॉलोनी स्थित अपने आवास पर बैठक को संबोधित करते हुए विधायक धर्म सिंह सैनी ने कहा कि बांदा जिले के रहने वाले नसीमुद्दीन हार के डर से वहां से भागे हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश का मोह उन्हें इसलिए है कि वे अपने बेटे को यहां किसी मजबूत सीट से चुनाव लड़ाकर विधानसभा भिजवाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि बेहट विधानसभा से पार्टी फंड में रुपया जमा होने के बावजूद यहां से उम्मीदवार का नाम घोषित नहीं किया जा रहा है, क्योंकि वे यहां से अपने खासमखास को टिकट दिलवाना चाहते हैं। सैनी ने कहा कि नसीमुद्दीन एक साजिश के तहत कांशीराम से जुड़े रहे लोगों को पार्टी से निकलवा रहे हैं।