नोएडा। 2017 विधानसभा चुनावों को लेकर हर पार्टी सत्ता में आने के लिए लोगों को लुभा रही है। वहीं सरकार से नाराज पांच लाख लोगों ने किसी को भी वोट न देने का एेलान कर दिया है। ये कोर्इ आैर नहीं बल्कि सालों से बिल्डरों के जाल में फंसकर अपने लाखों रुपये फंसा चुके लोग हैं। लाेगों ने यह रुपये बिल्डर को घर देने के लिए दिए थे, लेकिन इनमें ज्यादातर लोग रुपया देने के बाद भी घर ना देने से परेशान हैं।
रुपए देकर सालों से काट रहे हैं चक्कर
बायर्स एसोसिएशन नेफोमा के अध्यक्ष अनू खान ने बताया कि सबसे ज्यादा हम बायर्स परेशान हैं, लेकिन कोर्इ भी बायर्स की सुन ही नहीं रहा है। अथाॅरिटी से लेकर सरकार बिल्डरों का साथ दे रही है। वहीं बिल्डर आम लोगों को सपनों के घर दिखाकर हर दिन लाखों रुपये लूट रहे हैं। रुपए लेने के बाद भी बिल्डर घर देने को तैयार नहीं है। वह खुलेआम फर्जीवाड़े पर उतारू है। यह सब देखने के बाद भी सरकार उसी का साथ दे रही है आैर बायर्स सालों की कमार्इ देने के बाद उल्टा बिल्डर अाॅफिसों के चक्कर काट रहे हैं। एेसे में जब सरकार हमारी सुनती ही नहीं, तो हमारा वोट भी नहीं। हम किसी भी पार्टी आैर सरकार को वोट नहीं देंगे।
अपनी लड़ार्इ खुद लड़ रहे हैं हम लोग
एसोसिएशन अध्यक्ष अनु खान ने कहा कि हम ठग बिल्डरों से अपनी लड़ार्इ खुद लड़ रहे हैं। सभी लोग अपने काम आैर नौकरी को छोड़कर आए दिन मार्च आैर दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं। कोर्इ सरकार, नेता आैर पार्टी हमारी मदद नहीं करती। एेसे में हम क्यों किसी को वोट दें।
नो हाउस नो वोट
वहीं नेफोवा के उपाध्यक्ष सुमित श्रीवास्तव ने कहा कि कोर्इ भी सरकार सीधे-सीधे मदद नहीं कर रही है। बिल्डरों ने लूट मचा रखी है। इस बार हमारी बारी है। नो हाउस नो वोट के एजेंडे पर चल रहे हैं। जो भी सरकार या पार्टी पहले हमको हमारा घर दिलाएगी। हम उसे वोट देंगे।