यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के ताजा शोध में खुलासा हुआ है कि काम के घंटे लंबे होने से दिल की धड़कन अनियमित
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के ताजा शोध में खुलासा हुआ है कि काम के घंटे लंबे होने से दिल की धड़कन अनियमित होने का खतरा रहता है। इसे ऑट्रियल फाइब्रलेशन कहा जाता है। यह स्ट्रोक व हार्ट फेल्योर को बढ़ाने का काम करता है।
शोध से पता चलता है कि ऐसे लोग जो सप्ताह में 35-40 घंटे काम करते हैं, उनकी तुलना में 55 घंटे काम करने वालों में ऑट्रियल फाइब्रलेशन की संभावना 40 फीसदी बढ़ जाती है। यह ऐसे लोगों के लिए और गंभीर खतरा बन जाता है जो मधुमेह, उच्च रक्त चाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल, मोटापा आदि से पीडि़त हों।