scriptबहस में हावी व्यक्तिगत मुद्दे (डॉ. मनन द्विवेदी) | Individual issues dominate debate | Patrika News

बहस में हावी व्यक्तिगत मुद्दे (डॉ. मनन द्विवेदी)

Published: Oct 20, 2016 09:47:00 pm

अमरीका के राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और हिलेरी क्लिंटन
के बीच तीसरी और अंतिम बहस पूरी हो गई। इस बार हुई बहस से माना जा रहा कि
अमरीका के चुनाव में दौरान हुई बहस का स्तर गिरा है। इस बहस में व्यक्तिगत
मुद्दे ज्यादा हावी रहे हैं

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अमरीका के 1980 में राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवार रोनाल्ड रीगन ने अपने प्रतिद्वंदी वॉल्टर मुंडेल के साथ बहस के दौरान कहा था कि अगर आपको ऐसा लगता है कि आपके बच्चे के लिए नौकरी पाना अब आसान नहीं है, तो आप मेरे पास आइए और मुझे वोट दीजिए और अगर आपको लगता है कि आपके बच्चे के लिए नौकरी पाना आसान है तो आप मुझे वोट मत दीजिए। मतलब अमरीका में पहले के दौर में राष्ट्रपति चुनाव में बहस मुद्दा आधारित थी।

उम्मीदवार जनता को बताता था कि यदि वह राष्ट्रपति बनता है तो उसकी आर्थिक नीतियां कैसी होंगी, इमिग्रेशन पॉलिसी क्या होगी, क्यूबा व चीन के प्रति नीति क्या होगी, आईएमएफ में नीति क्या होगी, इन पर बहस होती थी। बहस इस बार भी हुई लेकिन मुख्य मुद्दे गौण हो गए व व्यक्तिगत मुद्दे हावी हो गए। बहस का स्तर गिरा है। अगर हम तीनों पे्रसिडेंशियल डिबेट को देखें तो हम पाएंगे कि राष्ट्रपति बराक ओबामा ने एक वर्ष पहले चुनाव अभियान की शुरुआत के समय कहा था कि अमरीकन पे्रसिडेंशियल व इलेक्टोरल सिस्टम में बड़े बदलाव करने की जरूरत है।

इसका मतलब है कि पहले यदि कोई नीति अच्छी होती थी तो उस पर डेमोक्रेट, रिपब्लिकन का और रिपब्लिकन, डेमोक्रेट का समर्थन करते थे। पिछले 15-20 साल में यह चीजें नहीं रही हैं। इसमें सुधार की जरूरत है। इसका उदाहरण तीनों पे्रसिडेंशियल डिबेट हैं। 2008 में मिट रोमनी और ओबामा में डिबेट हुई तो ओबामा ने कहा कि हम पर आरोप लगाया जाता है कि हम हर तरीके के हथियार बेचते हैं तो बात गलत है।

हमारी जो ताकत है वो हार्ड पावर भी है, तो सॉफ्ट पावर भी। यह सही है कि हार्ड पावर ही हमारी ताकत का स्रोत रहा तो उस छवि को उसको निरंतर बनाए रखने के लिए हमें हथियारों के बाजार में भी जाना पड़ेगा तो कई देशों में सेना भी भेजनी पड़ेगी। मिट रोमनी इसके विपरीत बोल रहेे थे जबकि वो रिपब्लिकन उम्मीदवार थे। वो कह रहे थे कि आपकी नीति युद्ध को बढ़ावा देने वाली रही है, इसमें अमरीका के लिए आप क्या नया करने वाले हैं?

मतलब है कि पहले की बहस में मुद्दों पर जोर दिया जाता था लेकिन इस बार व्यक्तिगत मुद्दों पर जोर दिया जा रहा है। तीसरी डिबेट में जब हिलेरी कोई बात बोलती है तो ट्रंप उन्हें बीच में रोकते हैं और आक्रामक अंदाज में गलत, गलत चिल्लाते हैं। वह कहते हैं कि देखिए इस अशिष्ट महिला को मुझसे और राष्ट्र से कैसे बात कर रही है। हिलेरी जवाब में कहते हैं कि ट्रंप को जब यह लगता है कि चीजें उनके पक्ष में नहीं जा रही तो वह सोचते हैं कि सुप्रीम कोर्ट से लेकर अन्य लॉ एक्जीक्यूटिव बॉडी तक को उनके खिलाफ खड़ा कर दिया गया है। ट्रंप ने जो बात 2004, 05 या 2006 में बोली उसके खिलाफ सभी सबूत मिल गए हैं और उन पर विश्वास करना मुश्किल है।

पहली बहस में ट्रंप ने कहा कि हिलेरी के ईमेल स्कैम के जो 35,000 मेल हैं वो हिलेरी जब तक सार्वजनिक नहीं करेंगी तब तक वो भी नहीं बताएंगे कि उन्होंने टैक्स दिया है या नहीं। दूसरी बहस में ट्रंप ने यह बोला कि उन्होंने इनकम टैक्स नहीं दिया है। हिलेरी ने आरोप लगया कि ट्रंप यूनिवर्सिटी धोखाधड़ी करती है और पढ़ाई के नाम पर रैकेट चला रही है। साथ ही अरोप लगाया कि ट्रंप कह रहे हैं कि फेडरल जज भी उसके खिलाफ धांधली कर रहे हैं।

हिलेरी ने कहा कि ऐसे आरोप लगाना ट्रंप की आदत रही है जब ट्रंप को अमरीका में टीवी का प्रसिद्ध एमी अवार्ड नहीं मिला तो उन्होंने एमी अवार्ड की आलोचना करनी शुरू कर दी और कहा कि एमी अवार्ड में धांधली होती है। हिलेरी ने इस शब्द को ऐसा पकड़ा जिसका हर मुद्दे पर उपयोग किया क्योंकि ट्रंप बार-बार कहते रहे हैं कि एवरीथिंग इज रिग्ड। ट्रंप ने हिलेरी की पर आरोप लगाया उनकी वजह से अमरीका, यूक्रेन मुद्दे पर विफल रहा। वह वाल स्ट्रीट जर्नल के लोगों (उद्योगपतियों) के साथ सहज रही हैं। वह कॉरपोरेट वल्र्ड के साथ ज्यादा दिखती हैं।

ट्रंप ने कहा कि एक महिला का चुनाव अमरीका के आर्थिक हितों के लिए जोखिम भरा हो सकता है। लेकिन महिलाओं के मुद्दे पर ट्रंप खुद ही घिर गए। महिलाओं पर उनकी टिप्पणी सामने आना और कई महिलाओं का उन पर विभिन्न आरोप लगाने से उनके लिए मुश्किलें खड़ी हुई। ट्रंप ने कहा कि रिपब्लिकन पार्टी ने राष्ट्रीय सुरक्षा, मजबूत छवि को बढ़ावा दिया है।

उम्मीदवार के लिए यह अहम है कि वह इराक युद्ध का समर्थन करता है, अमरीका के सैन्य हस्तक्षेप का समर्थन करता है तो हिलेरी ने कहा कि ट्रंप इराक वार का समर्थन कर रहे हैं और अब कह रहे हैं कि सीरिया के मुद्दे पर शांत रह कर आईएस के बाद बड़े आतंकी संगठन अल असद उबारने में मदद करनी चाहिए। एक तरफ तो वो इराक युद्ध का समर्थन कर रहें और सीरिया में पीछे हट रहे हैं। डिबेट में दिए आंकड़ों पर गौर करने पर पता चलता है कि ट्रंप नौ बार गलत बोले, 6 बार मिसलींडिंग बात बोली और 2 बार सही बात बोले। हिलेरी दो बार गलत बोली, दो बार मिसलीड किया और 8 बार वो सही बोली।
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