आतंक का निवाला बनते निर्दोष लोग
Published: Dec 05, 2016 07:49:00 pm
मुम्बई में आतंकी हमला और दिल्ली संसद हमला भी अघोषित रूप से पाक द्वारा आतंकवाद के सहारे भारत विरोधी युद्ध का रूप है
1947 से भारत पडोसी देश पाक द्वारा पोषित आतंकवाद से ग्रसित है। कश्मीर का आधा हिस्सा पाक द्वारा अवैध रूप से कब्जे में लिया हुआ है जो अभी तक भारत को नहीं मिल पाया है। वहीं दूसरी और पाक तीन युद्धों में हार के बावजूद आतंकवाद को हथियार के रूप में भारत के खिलाफ लंबे समय से इस्तेमाल कर रहा है । मुम्बई में आतंकी हमला और दिल्ली संसद हमला भी अघोषित रूप से पाक द्वारा आतंकवाद के सहारे भारत विरोधी युद्ध का रूप है।
कश्मीर में सेना के जवानों पर आये दिन हमले हो रहे है और पाक सेना एवं पाकिस्तान सरकार की मदद से आतंकवादी सीमा पार कर भारत की धरती पर बेकसूर नागरिकों को निशाना बनाते रहे है। विश्व समुदाय पाकिस्तान के आतंकवादी देश होने की पुष्टि करने से कतराता रहा है लेकिन भारत की कमजोर राजनीति और विदेश नीति का पाकिस्तान हमेशा से फायदा उठाता रहा है।
आतंकवादी हमले में शहीद होने वाले जवानों की लिस्ट में नाम हर वर्ष जुड़ते रहते हैं लेकिन भारतीय सेना और भारत सरकार कभी भी सीधा हमला करने से बचते रहे है और आतंकवादियो के शिकार होने वाले बेकसूर नागरिको और जवानों की संख्या में इजाफा होता रहता है। यदि भारत सरकार और सेना भी पाक के खिलाफ आक्रामक रूख अपनाए रखे तो शायद कश्मीर में शांति संभव है वरना पाक सरकार और सेना जानती है कि भारतीय सेना और राजनीति केवल बाहरी दिखावे के आलावा कुछ नहीं कर सकते और पाक पर सीधी कारवाई कभी भी नहीं होगी और आतंकवाद अघोषित युद्ध के रूप में चलता रहेगा।
सुनिता गुप्ता