scriptजलता सवाल | The question burns | Patrika News
ओपिनियन

जलता सवाल

डेढ़ साल में जितना काला धन आया है उससे सिर्फ अट्ठारह रूपए
ही मिल सकेंगे वह भी तब जब जेटली बाबू देना चाहेंगे

Oct 04, 2015 / 11:04 pm

शंकर शर्मा

black money

black money

हमें कतई गुमान नहीं कि आप किशोर हैं या अधेड़। जवान हैं या बूढ़े लेकिन अगर पुरूष हैं तो एक प्रश्न जरूर पूछना चाहेंगे- अगर कहीं भयंकर आग लगी है और उसमें आपकी मां और गर्लफ्रेंड फंसी हैं और इनमें सिर्फ एक को ही बचा सकते हैं तो आप किसे बचाएंगे? बताइए, ईमानदारी से उत्तर दीजिए। बड़ा जटिल प्रश्न है।

पहली नजर में तो यह आसान सवाल लगता है। हो सकता है कि बगैर सोचे-समझे आप इसका तुरंत उत्तर दे भी दें। लेकिन आप एक पल के लिए भी सोचने बैठ गए तो फिर जवाब देना मुश्किल हो जाएगा। हम मानते हैं कि अगर एक क्षण भी सोचने को न दिया जाए तो आप तुरंत कहेंगे- “मां” को बचाएंगे। क्योंकि मां तो मां है। मां का मुकाबला कौन कर सकता है। मां नौ महीने दर्द सहकर आपको इस पृथ्वी पर लाई है। बचपन में आपके पोतड़े धोये हैं लेकिन आपको कुछ क्षण सोचने को दे दिए जाए तो आपके मन में दूसरा विचार आएगा कि मां ने तो अपना जीवन जी लिया। प्रेमिका ने तो अभी जिन्दगी देखी ही नहीं है।

आपने उसके साथ मरने जीने की जो कसमें खाई हैं उनका क्या होगा?हो सकता है एकांत में उसे दिए वचनों को याद कर पुराना दोहा याद आ जाए जो अंताक्षरियों में सुनाया करते थे- “रघुकुल रीत सदा चली आई, प्राण जाए पर वचन न जाई।” चाहे आप प्रतिदिन अपने वचनों को शीशे के गिलास की तरह तोड़ते रहते हों पर प्रेमिका को बचाने के चक्कर में यह वचन आपको खूब जोर-शोर से याद आ जाएगा। वास्तव में इस सवाल का जवाब उतना आसान नहीं है।

 और न ही यह हमारे नेता का काले धन पर दिया जुमला है जिन्होंने हाथ घुमा-घुमा छाती की साइज बताते हुए दावा किया कि प्रधानमंत्री बन गए तो विदेशों से इतना काला धन ले आएंगे कि हरेक नागरिक के खाते में पन्द्रह-पन्द्रह लाख रूपए जमा हो जाएंगे पर वास्तविकता यह है कि पूरे डेढ़ साल में जितना काला धन आया है उससे आपको सिर्फ अट्ठारह रूपए ही मिल सकेंगे वह भी तब जब खजाना मंत्री जेटली बाबू इन्हें आपके खाते में डालना चाहेंगे। लेकिन हमने जो सवाल पूछा वह जुमला नहीं बल्कि एक ज्वलन्त प्रश्न है।


ऎसे ही यक्ष प्रश्नों का आपको जीवन में कई बार सामना करना पड़ सकता है और जिन्हें आप “जुमला” कह कर नकार नहीं सकते। आप हमसे पूछें कि इस सवाल का जवाब हमारे पास क्या है। यहां हम एक हिट फॉर्मूला बताते हैं- “कुर्सी शरणम गच्छामी”। जैसे योगी बाबा जी काले धन के सवालों को पी गए उसी तरह हम भी इस जटिल सवाल को पीठ दिखा कर पतली गली से भाग लेते हैं। आप जानो आपकी बुद्धि जानेे।
राही

Home / Prime / Opinion / जलता सवाल

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो