22 जून को इंद्रजीत का डोप टेस्ट किया गया था। जिसमें उन्हें प्रतिबंधित स्टेरॉयड के सेवन का दोषी पाया गया है
नई दिल्ली। रियो ओलंपिक शुरू होने से पहले ही भारतीय अभियान को दोहरा झटका लगा है। पहलवान नरसिंह यादव के बाद अब शॉटपुटर (गोला फेंक) इंद्रजीत सिंह भी डोप टेस्ट में फेल हो गए हैं। इंद्रजीत पहले भारतीय एथलीट थे, जिन्होंने रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था।
राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) की ओर से 22 जून को इंद्रजीत का डोप टेस्ट किया गया था। 28 वर्षीय इस एथलीट को प्रतिबंधित स्टेरॉयड के सेवन का दोषी पाया गया है। हालांकि इंद्रजीत ने डोप टेस्ट में फेल होने की बात सामने आने के बाद कहा, मैंने डोपिंग नहीं की है। उन्होंने अपने फेसबुक वॉल पर पोस्त करते हुए कहा है कि यह मेरे खिलाफ साजिश है और मुझे निशाना बनाया जा रहा है। इंद्रजीत अभी ए सैंपल पॉजिटिव पाया गया है। बी सैंपल में भी उनके पॉजिटिव पाए जाने पर उन्हें प्रतिबंधित कर दिया जाएगा।
एक सूत्र के मुताबिक नाडा ने भारतीय एथलेटिक्स फेडरेशन (एएफआई) को इंद्रीजत की रिपोर्ट सौंपी है। जिसमें उनके डोप टेस्ट में फेल होने की बात कही गई है। हालांकि एएफआई ने रिपोर्ट पर अभी चुप्पी साध रखी है। माना जा रहा है कि इंद्रजीत ने परफॉर्मेंस बढ़ाने के लिए इस स्टेरॉयड का सेवन किया होगा।
टेस्ट से बच रहे थे इंद्रजीत
सूत्र के अनुसार नाडा ने इंद्रजीत को डोप टेस्ट के लिए रजिस्टर किया था। लेकिन वो लगातार डोप टेस्ट से बचने की कोशिश कर रहे थे। सूत्र ने कहा, हमें लग रहा था इंद्रजीत कुछ छिपा रहे हैं और हमारा शक सही निकला।
पदक के दावेदारों में
इंद्रजीत को ओलंपिक में पदक का दावेदार माना जा रहा था। उनका हालिया प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है। हाल ही में वह रियो के लिए अपने साथ कोच नहीं भेजने कि शिकायत को लेकर सुर्खियों में थे। इंद्रजीत को रियो में 18 अगस्त को स्पर्धा में हिस्सा लेना था।
इंद्रजीत की उपलब्धियां
-2013 कजान विश्व यूनिवर्सिटी गेम्स में रजत पदक
-2014 बैंकॉक एशियन ग्रां प्रि में स्वर्ण पदक
-2014 इंचियोन एशियन गेम्स में कांस्य पदक
-2015 वुहान एशियन एथलेटिक्स में स्वर्ण पदक
-2015 ग्वांगझू विश्व यूनिवर्सिटी में स्वर्ण पदक