नई दिल्ली। ओलंपिक कांस्य पदक विजेता देश की स्टार महिला मुक्केबाज एमसी मैरीकोम ने लाइट फ्लाइवेट के 48 किग्रा भार वर्ग में लौटने का फैसला किया है। मैरीकोम ने शुक्रवार को कहा, मैंने लाइट फ्लाइवेट में फिर से खेलने का फैसला किया है, क्योंकि यह मेरा मूल भार वर्ग है। मैं इस वर्ग में खेलने में बहुत सहज महसूस करती हूं। इस वर्ग में खेलने के लिए मुझे अपने शरीर को तकलीफ नहीं देनी होगी। मैं एक बार फिर बहुत सकारात्मक महसूस कर रही हूं और देखते है कि मैं अब क्या करूंगी।
ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (आइबा) 2020 टोक्यो ओलंपिक में दो और वजन वर्गों को शामिल करने का प्रयास कर रहा है। 33 वर्षीय मणिपुर की मैरीकोम को उनके शानदार करियर के लिए आइबा की 70वीं वर्षगांठ पर 20 दिसंबर को लीजेंड पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। मैरीकोम रियो ओलंपिक के लिए क्वालिफाई नहीं कर सकीं थीं और ऐसे में यह पुरस्कार निश्चित रूप में उनका मनोबल बढ़ाएगा।
पांच बार विश्व चैंपियन मैरीकोम ने कहा, मेरे अंदर का जज्बा वापस आ गया है। मैं अभ्यास कर रही हूं और मैं प्रतिस्पर्धी महसूस कर रही हूं। जब मैं ओलंपिक में भाग नहीं ले सकी तो मुझे इससे दुख हुआ। लेकिन अब मैं इससे उबर गई हूं और रिंग में अपना सर्वश्रेष्ठ करने के लिए वापस आ गई हूं।
मैरीकोम 2012 के लंदन ओलंपिक के बाद फ्लाइवेट के 51 किग्रा भार में उतरी थी। उन्होंने 2014 के एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता था। स्टार मुक्केबाज ने कहा, मुझे लगता है कि आइबा एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों में लाइट फ्लाइवेट को शामिल करेगा। इसके अलावा यह ओलंपिक में भी शामिल किया जा सकता है, इसलिये मुझे इससे काफी उम्मीदें हैं।
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