चार साल से ढहती जा रही भारतीय बॉक्सिंग को बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के गठन से एक नई उम्मीद मिली है।
कुलदीप पंवारनई दिल्ली. लंदन ओलंपिक-2012 के बाद से विवादों के भंवर में गोते खा रही भारतीय बॉक्सिंग को रविवार को उस समय नई आशा मिली, जब नए सिरे से गठित बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) के चुनाव संपन्न हो गए और उत्तराखंड की तरफ से चुनाव में उतरे स्पाइसजेट एयरलाइंस के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर अजय सिंह ने अपने प्रतिद्वंद्वी को एकतरफा मुकाबले में हराते हुए अध्यक्ष पद हासिल कर लिया।
अजय सिंह को अपने प्रतिद्वंद्वी दिल्ली के बिजनेसमैन रोहित जैनेंद्र जैन के 15 वोट के मुकाबले 49 वोट हासिल हुए। महाराष्ट्र के जय कोली महासचिव पद पर चुने गए। बॉक्सिंग फेडरेशन के गठन को भारतीय मुक्केबाजी के लिए आशा की किरण के रूप में देखा जा रहा है, जिसका ढांचा इन चार साल में लगभग पूरी तरह बरबाद हो चुका है।
अजय को मिला आईओए का समर्थन!सबसे ज्यादा आश्चर्य की बात अंतिम समय में 51 वर्षीय अजय सिंह की उत्तराखंड बॉक्सिंग संघ के उपायध्यक्ष के तौर पर चुनाव में भाग लेने के लिए नामांकन करने की रही। बता दें कि स्पाइसजेट एयरलाइंस के फाउंडर सिंह को बेहद सफल बिजनेसमैनों में से एक गिना जाता है। सिंह के चुनाव में भाग लेने के पीछे भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के समर्थन को कारण माना जा रहा है। बता दें कि आईओए के वर्तमान महासचिव राजीव मेहता उत्तराखंड ओलंपिक संघ के अध्यक्ष भी हैं। इसके चलते अजय सिंह का नाम वहां की स्टेट बॉक्सिंग एसोसिएशन में उपाध्यक्ष के तौर पर जोड़े जाने में ज्यादा परेशानियां नहीं आई होंगी।
कोली का निर्वाचन भी आश्चर्यमहासचिव पद पर जय कोली के निर्वाचन को भी आश्चर्य से देखा जा रहा है। कोली 2012 में बर्खास्त किए गए इंडियन बॉक्सिंग फेडरेशन के बाद बने बॉक्सिंग इंडिया में महासचिव थे, जिसे बाद में राज्य संघों के विद्रोह के बाद बर्खास्त कर दिया गया था। 48 वोट पाने वाले कोली ने चुनाव में गोवा के लैनी डि गामा (12 वोट) और हरियाणा के राकेश ठाकरान (4 वोट) को हराया। असम के हेमंत कुमार कालिता पहले ही सर्वसहमति से कोषाध्यक्ष चुने जा चुके हैं।
मौजूद रहे आइबा और खेल मंत्रालय के ऑब्जर्वर
मुंबई में संपन्न हुए बीएफआई चुनाव में इंटरनेशनल बॉक्सिंग फेडरेशन (आइबा)
के ऑब्जर्वर के रूप में ओसेनिया जोन के उपाध्यक्ष एडगार टान्नेर और भारतीय
खेल मंत्रालय की तरफ से स्पोट्र्स अर्थारिटी ऑफ इंडिया की निदेशक सुष्मिता
जुत्शी मौजूद रही।
यह बहुत ही सही तरीके से कराया गया साफ-सुथरा चुनाव था। मैं आइबा को रिपोर्ट करूंगा कि भारतीय बॉक्सिंग फेडरेशन अब दोबारा खड़ा हो गया है। हम फिर से भारतीय बॉक्सरों का अंतरराष्ट्रीय कॉम्पिीटिशंस में बेहतरीन प्रदर्शन देखना चाहते हैं।
एडगार टान्नेर, ऑब्जर्वर, आइबा