52 साल बाद ओलंपिक खेलों की जिम्नास्टिक स्पर्धा में पहली भारतीय महिला एथलीट के तौर पर प्रवेश करने वाली दीपा कर्माकर ने पदक से चूकने पर देशवासियों से माफी मांगी है
नई दिल्ली। 52 साल बाद ओलंपिक खेलों की जिम्नास्टिक स्पर्धा में पहली भारतीय महिला एथलीट के तौर पर प्रवेश करने वाली दीपा कर्माकर ने पदक से चूकने पर देशवासियों से माफी मांगी है। लेकिन उनके शानदार प्रदर्शन ने देशवासियों का दिल जीत लिया है। वहीं दीपा ने देशवासियों को पदक ना ला पाने के चलते सॉरी बोला है। दीपा ने ट्वीट कर 1.3 अरब भारतीयों को सॉरी बोला है। उन्होंने आगे लिखा मैं इसे संभव नहीं कर सकी। लेकिन इसके लिए मैंने अपनी ओर से कठिन प्रयास किया। यदि संभव हो तो माफ कर देना।
वहीं दीपा ने पिता दुलाल कर्माकर को अपनी बेटी पर बहुत गर्व है, उन्होंने कहा कि दीपा 2020 तोक्यो ओलंपिक में बेहतर ओर इससे मजबूत प्रदर्शन करेगी। दुलाल ने कहा कि मैं उसकी उपलब्धियों पर काफी गर्व महसूस कर रहा हूं। मैं बिलकुल भी दुखी नहीं हूं। यह उसका पहला ओलंपिक था। अगली बार जब जापान में ओलंपिक होगा तो वह इससे बेहतर प्रदर्शन करेगी और देश के लिए पदक लाएगी। उन्होंने कहा कि दीपा के प्रदर्शन ने हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींचा है। अगले ओलंपिक में अभी चार साल है। वह कड़ा अभ्यास करेगी और आसानी से पदक लाएगी। वह अब सिर्फ त्रिपुरा की लड़की नहीं है बल्कि पूरे देश की बेटी है।
वीरू ने ट्वीट कर दीपा का हौंसला बढ़ाया
दिग्गज क्रिकेटर वीरेन्द्र सहवाग ने ट्वीट कर दीपा हौंसला बढ़ाया। उन्होंने लिखा-देश को एक होकर आधी रात में भी जिम्नैस्ट का जश्न मनाने का मौका देने के लिए आपका धन्यवाद। ऐसे में देश में जहां इस खेल के लिए कोई इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद नहीं थे। सुपर प्राउड।’ वीरेन्द्र सहवाग के इस ट्वीट को 10 मिनट के भीतर ही करीब ढाई हजार लोगों ने रीट्वीट किया।
सुदर्शन पटनायक ने ऐसी दी दीपा को बधाई
सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने दीपा को ऐतिहासिक प्रदर्शन के लिए बधाई देते हुए उनकी आकृति ट्वीट की है। इसके साथ ही उन्होंने लिखा, ‘दीपा हम सभी को आप पर गर्व है। आपने अरबों दिलों को जीता है। हम आपको सल्यूट करते हैं।’
‘चौथे स्थान पर आकर भी खुश और बेहद संतुष्ट’
त्रिपुरा की दीपा ने रियो ओलंपिक में पहली बार भारतीय फैंस को खुश होने का मौका दिया। हालांकि वह चौथे नंबर पर रहीं लेकिन अपने प्रदर्शन से भारतीय फैंस और जिम्नास्टिक्स के जानकारों का दिल जीत लिया। दीपा ने फाइनल के लिए आठवें नंबर पर क्वालीफाई किया था। लेकिन फाइनल में अमरीका की सिमोन बाइल्स के प्रदर्शन से पहले वो तीसरे नंबर पर पहुंच गई थीं। इस दौरान उन्होंने बीजिंग ओलंपिक की गोल्ड मेडलिस्ट नार्थ कोरिया की होंग उन जोंग और उजबेकिस्तान की 41 साल की दिग्गज खिलाड़ी उक्साना चुसोविटीना जैसी महारथियों को भी परास्त किया।