कुलदीप पंवारनई दिल्ली। भारत के लिए पिछले दो आेलंपिक में भागीदारी में कम होने के बावजूद 8 में से 4 पदक महिलाओं ने जीते हैं। हालिया खत्म हुए रियो ओलंपिक में आए दोनों पदक महिलाओं की बदौलत भारतीय खाते में दर्ज हुए। यह सिर्फ भारतीय उदाहरण है खेलों में महिलाओं की बढ़ती शक्ति का।
इसी बढ़ती शक्ति को महसूस करते हुए इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (आईओसी) ने ‘एजेंडा-2020Ó के नाम से टोक्यो ओलंपिक खेल-2020 में महिला भागीदारी बढ़ाने का आह्वान किया और विश्व शूटिंग संस्था आईएसएसएफ ने इस पर कदम भी आगे बढ़ा दिया। जल्द ही आपको महिला और पुरुष निशानेबाज एक बार फिर एक ही इवेंट में एक ही पदक के लिए निशाना लगाते हुए नजर आएंगे। आईएसएसएफ ने यह कदम भारत के एकमात्र ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता निशानेबाज अभिनव बिंद्रा की अगुआई वाली आईएसएसएफ एथलेटिक्स कमेटी की सिफारिशों पर उठाया है।
फरवरी में दी जाएगी औपचारिक मंजूरीबिंद्रा की अगुआई वाली कमेटी ने नवंबर, 2015 में अपनी सिफारिशें आईएसएसएफ के सामने पेश की थी। जिसमें बिंद्रा ने यूथ ओलंपिक खेलों में 10 मीटर एयर राइफल इवेंट का आयोजन मिक्स्ड जेंडर आधारित होने को मिली सफलता का हवाला देते हुए इस बदलाव को ओलंपिक आंदोलन में शूटिंग इवेंट की लंबे समय तक अहम मौजूदगी बनाए रखने के लिए जरूरी बताया था।
एथलेटिक्स कमेटी की सिफारिशों को 24 नवंबर को जर्मनी के म्यूनिख में हुई मीटिंग में आईएसएसएफ की एडहॉक कमेटी ने मंजूरी दे दी है। लेकिन इन सिफारिशों को औपचारिक मंजूरी आईएसएसएफ की गवॢनंग काउंसिल और एक्जीक्यूटिव कमेटी मीटिंग के दौरान दी जाएगी। ये मीटिंग फरवरी-2017 में नई दिल्ली में होगी। इसके बाद इन्हें आईओसी को भेजा जाएगा, जो 2017 के मध्य में टोक्यो ओलंपिक खेलों के लिए इवेंट लिस्ट पर फाइनल निर्णय लेगी।
विश्व कप के दौरान होगा ट्रायलआईएसएसएफ के कम्युनिकेशन मैनेजर मार्को डाला दिया की तरफ से भेजी गई ई-मेल के अनुसार, आईएसएसएफ की मीटिंग के दो दिन बाद दिल्ली में ही होने वाले विश्व कप के दौरान मिक्स्ड जेंडर इवेंट्स का टेस्ट किया जा सकता है। लेकिन आईओसी की तरफ से टोक्यो ओलंपिक खेलों की इवेंट लिस्ट जारी करने तक 2017 के सभी विश्व कप में फिलहाल सारे इवेंट जारी रहेंगे और मिक्स्ड जेंडर इवेंट्स सभी आईएसएसएफ विश्व चैंपियनशिप में उनका स्थान लेंगे। हालांकि आईएसएसएफ को एेसा करने के लिए मिक्स्ड जेंडर इवेंट्स के नियम-कायदों को नए सिरे से बनाए जाने की जरूरत पड़ेगी।
भारत के लिए करारा झटकानए बदलावों से हालांकि भारतीय महिला निशानेबाजों को फायदा होगा, लेकिन हटाए जा रहे इवेंट्स में खासतौर पर 50 मीटर पिस्टल में भारतीय निशानेबाजों का विश्व स्तर पर बहुत जोरदार प्रदर्शन रहा है। वर्तमान में भी जीतू राय को विश्व के शीर्ष निशानेबाजों में गिना जाता है। इसी तरह डबल ट्रैप में भी भारत के लिए 2004 में राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने पहला ओलंपिक रजत पदक जीता था।