चार लाख डॉलर की पुरस्कार राशि वाले टूर्नामेंट का पहला दिन दिल्ली में सुबह फैले कोहरे के कारण प्रभावित रहा
और पहला राउंड चार घंटे विलंब से शुरू हुआ। पहले दिन खराब रोशनी के कारण
राउंड पूरा नहीं हो पाया और शेष 60 गोल्फर अपना राउंड शुक्रवार को पूरा
करेंगे।
नई दिल्ली। अनुभवी गोल्फरों ज्योतति रंधावा और मुकेश कुमार ने गुरुवार को पहले राउंड में पांच अंडर 67 का शानदार कार्ड खेलकर दिल्ली गोल्फ क्लब में चार लाख डॉलर की पुरस्कार राशि वाले छठे पैनासोनिक ओपन गोल्फ टूर्नामेंट में संयुक्त बढ़त बना ली।
टूर्नामेंट का पहला दिन दिल्ली में सुबह फैले कोहरे के कारण प्रभावित रहा और पहला राउंड चार घंटे विलंब से शुरू हुआ। पहले दिन खराब रोशनी के कारण राउंड पूरा नहीं हो पाया और शेष 60 गोल्फर अपना राउंड शुक्रवार को पूरा करेंगे। देश के सबसे अनुभवी गोल्फरों में से एक ज्योति रंधावा ने फ्रंट नौ में तीसरे होल में बर्डी खेली, जबकि बैक नौ में उन्होंने 10वें,14वें,16वें,17वें और 18वें होल में बर्डी खेली। उन्होंने इस राउंड में एकमात्र बोगी पार तीन के 12वें होल पर मारी।
ज्योति ने अपना राउंड पूरा करने के बाद कहा, कोहरे से हुए विलंब के कारण मुझे अपनी नींद पूरी करने का मौका मिल गया था, जो मेरे लिए अच्छा रहा। मेरी हिङ्क्षटग बेहतर थी और तीन सप्ताह पहले मनीला में संयुक्त चौथे स्थान ने मेरा मनोबल मजबूत कर दिया था।
51 वर्षीय और घरेलू सर्किट में 100 से ज्यादा खिताब जीत चुके महू के मुकेश ने ज्योति के बराबर 67 का कार्ड खेला। मुकेश ने अक्टूबर में पीजीटीआई में खिताबी जीत दर्ज की थी, जिसका असर यहां देखने को मिला। मुकेश ने फ्रंट नौ में चार बर्डी खेली और एक बोगी मारी, जबकि बैक नौ में उन्होंने तीन बर्डी खेली और एक बोगी मारी।
थाइलैंड के सुतिजेत कूरातानापिसान ने 70 का कार्ड खेला और वह तीन शॉट पीछे तीसरे स्थान पर हैं। उनके साथ इस स्थान पर छह खिलाड़ी मौजूद हैं, जिनका राउंड अभी पूरा नहीं हुआ है। गत चैंपियन दिल्ली के चिराग कुमार और उभरते स्टार बेंगलुरु के एस चिकारंगप्पा एक अंडर 71 का स्कोर किया।
चिराग ने पहले राउंड में तीन बर्डी खेली और दो बोगी मारी। चिराग पहले राउंड से पूरी तरह खुश नजर नहीं आए। उन्होंने कहा, मेरी लय नदारद थी और मैं कुछ नजदीकी पट चूक गया, लेकिन मुझे अपनी योजना पर डटे रहना है और दूसरे राउंड में अपनी लय वापस हासिल करनी है। टूर्नामेंट में कुल 120 खिलाड़ी उतरे हैं, जिनमें से केशव कुमार रिटायर हो गए हैं।