नई दिल्ली। भारतीय ओलंपिक दल में 74 किग्रा भार वर्ग में दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार के स्थान पर शामिल नरसिंह पंचम यादव के डोप टेस्ट में पॉजीटिव मिलने को लेकर चल रहा बवाल अभी थमा भी नहीं है कि एक और चौंकाने वाली खबर सामने आ गई है। सोनीपत स्थित साई ट्रेनिंग सेंटर में नरसिंह के प्रैक्टिस के पार्टनर संदीप तुलसी यादव भी डोप पॉजीटिव पाए गए हैं। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि संदीप के सैंपल में वही स्टेरॉयड सामान्य से कई गुना ज्यादा मात्रा में मिला है, जो कि नरसिंह के सैंपल में पाया गया था।
ओलंपिक नहीं जाने वाला क्यों लेगा स्टेरॉयड
संदीप के ओलंपिक टीम में शामिल नहीं होने और उनके हाल-फिलहाल किसी अंतरराष्ट्रीय इवेंट में शामिल नहीं होने के चलते स्टेरॉयड लेना बेहद आश्चर्यजनक माना जा रहा है और इसके चलते नरसिंह की तरफ से लगाए गए साजिश के आरोपों को पुख्ता आधार मिला है। भारतीय कुश्ती संघ ने इस सारे मामले पर विचार के लिए सोमवार को एक बैठक बुला ली है और खेल मंत्री विजय कुमार गोयल ने भी सोमवार की शाम का मीडिया के सामने सारी स्थिति स्पष्ट करने के लिए प्रेस वार्ता बुलाई है।
नाडा की गतिविधि भी संदेह के घेरे में
इस सारे मामले में राष्ट्रीय डोपिंगरोधी एजेंसी नाडा की गतिविधियां भी संदेह के घेरे में आ गई हैं। नरसिंह का एक या दो बार नहीं एक महीने में तीन बार सैंपल लिया जाना नाडा पर सवाल खड़े कर रहा है। नरसिंह के समर्थकों का कहना है कि नाडा किसी भी सैंपल की रिपोर्ट देने में 30 से 35 दिन लेता है, जबकि नरसिंह के मामले में बेहद उतावलापन दिखाते हुए 20 से 25 दिन में ही रिपोर्ट जारी कर दी गई। साथ ही भारतीय ओलंपिक संघ और भारतीय कुश्ती संघ को रिपोर्ट भेजने से पहले ही ओलंपिक आयोजन समिति को नाडा की तरफ से सीधे रिपोर्ट भेज देने पर भी सवाल खड़े किए गए हैं। नाडा की इस जल्दबाजी के कारण ही साजिश का आरोप लगाने वालों की बात को बल मिल रहा है।
Home / Sports / Other Sports / नरसिंह के प्रैक्टिस के साथी संदीप भी डोप में फंसे, साजिश की संभावना बढ़ी