अब एचआईएल की ही सोच रहे हैं निकिन
Published: Dec 06, 2016 11:06:00 am
पिछले सीजन में चोटिल होने के कारण न खेल पाने वाले निकिन इस सीजन में दबंग मुंबई टीम का हिस्सा हैं।
नई दिल्ली। सरदार सिंह, वीआर रघुनाथ, रुपिंदरपाल सिंह, एसवी सुनील और पीआर श्रीजेश, भारतीय टीम के इन सबसे अनुभवी खिलाडि़यों के बीच यदि एक नाम अपनी अलग पहचान बनाता रहा है, वो है निकिन थिमैया का। ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर गई भारतीय हॉकी टीम को वहां खेले टूर्नामेंट में मिले कांस्य पदक और उसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम को 1-1 से रोकने पर सफलता पाने में निकिन थिमैया अपने सभी सीनियरों से भी एक कदम आगे नजर आए। अब निकिन की निगाहें आगामी हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) पर टिकी हैं, जिसमें वो पिछले साल चोटिल होने के कारण नहीं खेल पाए थे।
ऑस्ट्रेलिया से एचआईएल की दबंग मुंबई टीम के कामर्शियल फोटो शूट के लिए लौटे निकिन ने ‘पत्रिका’ से बातचीत में अपनी फॉर्म को लेकर बहुत खुशी जताई। निकिन ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला। वहां पहले चार देशों के टूर्नामेंट में हमें ऑस्ट्रेलिया के अलावा मलेशिया और न्यूजीलैंड जैसी मजबूत टीमों के खिलाफ खेलने का मौका मिला, जिससे अपनी कमियों को जानने में बहुत मदद मिली। इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ हम टेस्ट सीरीज खेले और बराबर रहे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कहीं भी खेलना बहुत कठिन होता है क्योंकि उसके खिलाड़ी बहुत मेहनती होते हैं। ऐसे में उसके खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करने के से एक नया जोश मिला है जिसका लाभ मुझे आगे तक होगा।
निकिन को अभी तक एचआईएल के पिछले सीजन में टूर्नामेंट शुरू होने से ठीक पहले चोटिल हो जाने का बहुत अफसोस है। दबंग मुंबई टीम के इस स्टार खिलाड़ी ने कहा कि एचआईएल में पूरी दुनिया के बेस्ट खिलाड़ी आते हैं और कॉम्पिीटिशन का लेवल भी बहुत हाई होता है। ऐसे टूर्नामेंट में खेलकर आपको अपना स्तर पता लगता है और कैसी प्रैक्टिस करनी है इसकी जानकारी होती है। ऐसे में इसका एक सीजन नहीं खेलने पर मुझे बहुत दुख हुआ।
भारतीय टीम का स्टार खिलाड़ी बन जाने के कारण हर मैच से पहले अपेक्षाओं का दबाव होने की बात को निकिन सिरे से नकारते हैं। निकिन का कहना है कि मैच के लिए मैदान के अंदर जाने के बाद सिर्फ खेलना ही याद रहता है। मेरे ऊपर किसी तरह का कोई दबाव नहीं होता। मुझे बस यह पता होता है कि अपना खेल बेहतरीन रखना है और टीम को जीत दिलानी है।