रियो ओलिंपिक में रजत पदक जीतने वाले पोलैंड के चक्का फेंक खिलाड़ी पिओत्र मालाचोवस्की ने कैंसर से पीडि़त तीन साल के एक बच्चे के इलाज के लिए इस हफ्ते अपना पदक नीलाम कर दिया
थावरसा। रियो ओलिंपिक में रजत पदक जीतने वाले पोलैंड के चक्का फेंक खिलाड़ी पिओत्र मालाचोवस्की ने कैंसर से पीडि़त तीन साल के एक बच्चे के इलाज के लिए इस हफ्ते अपना पदक नीलाम कर दिया। 33 साल के विश्व चैंपियन ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा कि ओलेक नाम के इस लड़के की मां ने उन्हें एक पत्र भेजा था, जिसे पढऩे के बाद उन्होंने अपना पदक नीलाम करने का फैसला किया। उसकी मां ने पत्र में लिखा था कि ओलेक पिछले दो साल से आंख के कैंसर से जूझ रहा है और न्यूयॉर्क में किया जाने वाला इलाज उसके लिए एकमात्र उम्मीद है।
मालाचोवस्की ने पहले नीलामी की घोषणा करते हुए लिखा, मैं रियो में स्वर्ण पदक के लिए खेला था। आज मैं सब से उससे भी कहीं ज्यादा अनमोल चीज के लिए लडऩे की अपील करता हूं। अगर आप मेरी मदद करेंगे तो मेरा रजत पदक ओलेक के लिए स्वर्ण से भी ज्यादा कीमती बन सकता है।
सर्जरी में कितना खर्च आएगा
पिओटर ने बताया कि इस बीमारी के लिए करीब 1, 26, 000 डॉलर (करीब 8.44 लाख रु.) की जरूरत है। मालचोव्स्की ने मंगलवार को मेडल ऑक्शन के लिए रखा। लेकिन 19 हजार डॉलर तक बोली लगने के बाद उन्होंने बोली और बढऩे तक इंतजार करने का फैसला किया। बता दें ओलेक का इलाज पौलेंड में संभव नहीं है। इसके लिए उसे न्यूयॉर्क लेकर जाना पड़ेगा।
रियो में पोलैंड ने जीते 11 मेडल
इस ओलिंपिक में पोलैंड ने 11 मेडल जीते हैं, जिनमें दो गोल्ड, तीन सिल्वर और 6 ब्रॉन्ज हैं।