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पीवी सिंधु और गोपीचंद का विजयवाड़ा में जोरदार स्वागत

Published: Aug 23, 2016 09:14:00 pm

बैडमिंटन खिलाड़ी पी. वी सिंधु की मां के गृहनगर के पड़ोसी जिले विजयवाड़ा में मंगलवार को लोगों ने सिंधु के स्वागत में बाहें पसार दीं

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विजयवाड़ा। रियो ओलम्पिक में रजत पदक हासिल कर इतिहास रचने वाली बैडमिंटन खिलाड़ी पी. वी. सिंधु और उनके कोच पुलेला गोपीचंद को लगातार दूसरे दिन मंगलवार को जोरदार स्वागत मिला। सोमवार को जहां तेलंगाना सरकार ने सिंधु और गोपी के स्वागत में भव्य समारोह का आयोजन किया, वहीं मंगलवार को आंध्र प्रदेश सरकार ने दोनों की ओलम्पिक उपलब्धि का जश्न मनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।

सिंधु के गृहनगर हैदराबाद में सोमवार को सिंधु के रजत पदक का जश्न मनाने जहां हजारों लोग सड़कों पर उनकी अगवानी में उतर आए थे, वहीं सिंधु की मां के गृहनगर के पड़ोसी जिले विजयवाड़ा में मंगलवार को लोगों ने सिंधु के स्वागत में बाहें पसार दीं। सिंधु जैसे ही विजयवाड़ा के गनावरम हवाईअड्डे से बाहर निकली तो बड़ी संख्या में बाहर खड़े छात्रों और उनके प्रशंसकों ने उनका जोरदार स्वागत किया। अपने कोच पुलेला गोपीचंद, माता-पिता और आंध्र प्रदेश सरकार के कुछ मंत्रियों के साथ विशेष रूप से सुसज्जित ओपन टॉप बस पर खड़ी सिंधु ने भीड़ की ओर हाथ हिलाकर उनका अभिवादन स्वीकार किया। वह बड़े गर्व से अपना ओलम्पिक पदक सबको दिखा रही थीं।

ढोल-नगाड़ों के बीच यह विजयी रैली सुबह लगभग 10.30 बजे शुरू हुई। यह रैली इंदिरा गांधी म्यूनिसिपल स्टेडियम पहुंचने से पहले शहर के कई हिस्सों से होकर गुजरी। इससे पहले, उप-मुख्यमंत्री एन. चिनाराजप्पा और अन्य मंत्रियों ने हैदराबाद से विशेष विमान से यहां पहुंचे सिंधु और गोपीचंद का स्वागत किया। सारे प्रोटोकॉल दरकिनार करते हुए मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू, सिंधु और गोपीचंद के स्वागत के लिए तय समय से काफी पहले ही स्टेडियम पहुंच गए। मुख्यमंत्री ने डायस पर ही सिंधु के साथ दो-दो हाथ बैडमिंटन भी खेला और स्टेडियम में मौजूद हजारों विद्यार्थियों ने जोरदार नारों के साथ उनका स्वागत किया।

सिंधु ने इस अवसर पर कहा, जब मैं छोटी थी तो यहां अपने नाना-नानी से मिलने आती थी और बैडमिंटन खेला करती थी। सिंधु ने पुरानी स्मृतियों को याद करते हुए कहा कि उन्हें इसी तरह बैडमिंटन खेलता देख गोपीचंद ने उन्हें प्रशिक्षण देने की पेशकश की थी। चंद्रबाबू नायडू ने सिंधु को तीन करोड़ रुपये का चेक प्रदान किया और ओलम्पिक खेलों में रजत जीतने वाली देश की पहली महिला खिलाड़ी की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने सिंधु को हर तरह की मदद देने का आश्वासन दिया और विश्वास जताया कि अगली बार वह ओलम्पिक में देश को स्वर्ण दिलाएंगी।

नायडू ने सिंधु को अमरावती में 1,000 वर्ग फुट का आवासीय प्लॉट देने की भी घोषणा की है। नायडू ने कहा कि अविभाजित आंध्र प्रदेश का मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने गोपीचंद को अपनी अकादमी शुरू करने के लिए पांच एकड़ भूमि आवंटित की थी, जिसमें प्रशिक्षण प्राप्त कर सिंधु यहां तक पहुंचीं। नायडू ने इस अवसर पर वादा किया कि आंध्र प्रदेश की होने वाली राजधानी अमरावती में ‘स्पोर्ट्स सिटी’ विकसित किया जाएगा, जिसमें गोपीचंद को अपना अकादमी खोलने के लिए 15 एकड़ भूमि उपलब्ध कराई जाएगी।

मुख्यमंत्री ने देश के शीर्ष पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी और ओलम्पिक में क्वार्टर फाइनल तक पहुंचने वाले किदांबी श्रीकांत के लिए 25 लाख रुपये के पुरस्कार की घोषणा भी की। इसके अलावा 36 वर्षो के बाद ओलम्पिक का हिस्सा बनी भारतीय महिला हॉकी टीम की सदस्य ई. राजिनी के लिए भी उन्होंने 25 लाख रुपये पुरस्कार की घोषणा की।

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