डेनमार्क ओपन से एक्शन में लौटेंगी सिंधू
Published: Oct 17, 2016 04:03:00 pm
रियो ओलंपिक में रजत पदक जीतने के बाद स्टार बन गईं पीवी ङ्क्षसधू मंगलवार
से शुरू होने जा रहे डेनमार्क ओपन सुपर सीरीज बैडमिंटन टूर्नामेंट से
कोर्ट पर वापसी करने जा रही हैं, जहां महिला चुनौती का नेतृत्व उनके कंधों
पर रहेगा।
नई दिल्ली। अगस्त में ब्राजील के रियो डि जेनेरो में हुए ओलंपिक खेलों में रजत पदक जीतने के बाद से यह पहला मौका है जब हैदराबादी खिलाड़ी सिंधू किसी टूर्नामेंट में हिस्सा लेने जा रही हैं। ओडेंसे में 18 से 23 अक्टूबर तक चलने वाले इस टूर्नामेंट में सिंधू पर उम्मीदों का भी काफी भार रहेगा। वहीं पुरूषों में डच ओपन ग्रां प्री के फाइनल में हारे अजय जयराम अहम भारतीय खिलाड़ी होंगे। ओलंपिक में रजत जीतने वाली देश की पहली बैडमिंटन खिलाड़ी बनीं सिंधू पिछले काफी समय से कोर्ट से दूर हैं और रियो से लौटने के बाद उनका अधिकतर समय प्रमोशन और सम्मान समारोह में बिता है। ऐसे में अपने इस नए स्टारडम के साथ सिंधू पर बेहतर प्रदर्शन करने का भी काफी दबाव होगा। डेनमार्क ओपन में सिंधू को छठी वरीयता दी गयी है और वह चीन की गैर वरीय ही बिंगजियाओ के खिलाफ अपने अभियान की शुरूआत करेंगी। सिंधू का पहला मुकाबला बुधवार को होगा। ओलंपिक चैंपियन महिलाओं के मुख्य ड्रा में थाईलैंड की इंतानोन रत्चानोक, चौथी सीड कोरिया की सूंग जी हियून और चीनी ताइपे की पांचवीं सीड ताई जू यिंग से भी भिड़ सकती हैं।
सायना अभी भी कोर्ट से दूर
घुटने की चोट से उबर रहीं सायना नेहवाल फिलहाल कोर्ट से दूर हैं और ऐसे में सिंधू शीर्ष भारतीय खिलाड़ी होंगी। सिंधू ने टूर्नामेंट को लेकर कहाÞ ओलंपिक के बाद मेरा आत्मविश्वास काफी बढ़ा है और मैं उम्मीद करती हूं कि इस लय को आगे भी बरकरार रख सकूं। मैं जानती हूं कि मुझसे उम्मीदें काफी बढ़ गई हैं। लेकिन मैं दबाव से दूर रहकर अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करना चाहती हूं। उन्होंने कहा मैं कोर्ट पर जाकर अपना शत प्रतिशत प्रदर्शन करना चाहती हूं। सिंधू फिलहाल विश्व की आठवें नंबर की खिलाड़ी हैं लेकिन 11वीं रैंकिंग की बिंगजियाओ के खिलाफ उनका करियर रिकार्ड कुछ खास नहीं रहा है और पिछले चार मुकाबलों में वह तीन बार चीनी खिलाड़ी से हारीं हैं, लेकिन रियो की सफलता के बाद उम्मीद की जा सकती है कि वह इस रिकार्ड में सुधार कर सकें।
सुपर सीरीज में भी सिंधू का रिकार्ड अच्छा नहीं
सुपर सीरीज में भी सिंधू का रिकार्ड अच्छा नहीं रहा है और वह गत वर्ष डेनमार्क ओपन में उपविजेता रही थीं जो अब तक का उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। यह उनके लिये अच्छा मौका रहेगा जब वह सुपर सीरीज में खिताबी शुरूआत कर सकें। पुरूष एकल में जयराम से काफी उम्मीदें रहेंगी जो डच ओपन में उपविजेता रहते हुये सीधे यहां डेनमार्क में उतर रहे हैं। 29 वर्षीय जयराम थाईलैंड के बूनसाक पोनसाना के खिलाफ अभियान की शुरूआत करेंगे। रियो ओलंपिक में क्वार्टरफाइनल तक पहुंचे किदाम्बी श्रीकांत घुटने की चोट के कारण नहीं खेल रहे हैं ऐसे में जयराम पर दबाव रहेगा। अन्य भारतीयों में बी साई प्रणीत, एच एस प्रणय और परूपल्ली कश्यप चुनौती पेश करेंगे।
प्रणीत का भी मुकाबला
प्रणीत के सामने थाईलैंड के तानोंगसाक साइनसोमबूनसूक होंगे जबकि प्रणय ओपनिंग राउंड में क्वालिफायर खिलाड़ी के साथ खेलेंगे। कश्यप के सामने पहले दौर में एस्तोनिया के राउल मस्ट की चुनौती होगी। गत सप्ताह डच ओपन में कश्यप मस्ट से हारे थे। पुरूष युगल में मनु अत्री और बी सुमित रेड्डी की जोड़ी ओपङ्क्षनग राउंड में डेनमार्क के किम एस्ट्रुप और आंद्रियस स्कारूप रासमुसेन के खिलाफ खेलेगी। प्रणव जैरी चोपड़ा और अक्षय देवालकर के सामने आठवीं सीड चीनी जोड़ी ली जुनहुई और लियू युचेन की चुनौती रहेगी। मिश्रित युगल में प्रणव और एन सिक्की रेड्डी की जोड़ी होगी जो इस सत्र में अच्छी फार्म में है और ब्राजील और रूस में खिताब जीत चुकी है। भारतीय जोड़ी अभियान की शुरूआत पांचवीं सीड डेनमार्क के जोआकिम फिशल नेल्सन और क्रिस्टीना पेडरसन के खिलाफ करेगी।