SAI केस: “सीनियर खिलाड़ी मानसिक और शारीरिक शोषण करते थे”
Published: May 23, 2015 08:59:00 am
एथलीट शिल्पा केआर,सविता संतोष और तृषा जैकब ने कहाकि, वे हमसे अपने अंडरगारमेंट और कपड़े धुलवाते थे
अलापुझा। केरल के अलापुझा स्थित स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया(साई) में आत्महत्या का प्रयास करने वाली तीन एथलीट ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सामने अपनी शोषण की दास्तान सुनाई। शुक्रवार को उन्होंने आयोग के चेयरपर्सन जस्टिस सिरिक जोसेफ और डिप्टी सुपरिटेंडेंट आईआर कूरिलोस को दिए बयान में बताया कि सीनियर खिलाडियों की मानसिक और शारीरिक शोषण के चलते उन्होंने यह कदम उठाया।
एथलीट शिल्पा केआर,सविता संतोष और तृषा जैकब ने सीनियर खिलाड़ी दीप्तिमोल वर्गीज, तारा कुरियन, चिपी कुरियन, अनुषा बिजू, ए अश्विनी और नित्या टीए पर हॉस्टल के अन्य खिलाडियों के सामने अपमान करने और पिटाई करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहाकि, वे हमसे अपने अंडरगारमेंट और कपड़े धुलवाते थे और मसाज करवाते थे।
उन्होंने आगे बताया कि, इस बारे में हमने हॉस्टल वार्डन से भी शिकायत की लेकिन उन्होंने सीनियर खिलाडियों को कोई चेतावनी नहीं दी। हमें कहा गया कि एडजस्ट कर लो। इसके बाद भी सीनियर खिलाड़ी हमारा शोषण करती रही। वहीं दीप्तिमोल ने इन आरोपों का खंडन किया। उसने बताया कि, हम उन्हें जानते थे लेकिन हम ट्रेनिंग सेशन में व्यस्त रहते थे। इसके चलते जूनियर खिलाडियों से मिलने-जुलने का बहुत कम समय होता था।
आयोग ने तीनों एथलीट के अलावा उनकी परिजनों, रिश्तेदारों, साई अधिकारियों, पुलिसकर्मियों और जिला कलक्टर के बयान दर्ज किए। गौरतलब है कि चार एथलीट ने आत्महत्या का प्रयास किया था, जिसमें एक की मौत हो गई थी। जबकि तीन अन्य को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इन तीनों को शुक्रवार को ही मेडिकल कॉलेज से छुट्टी दी गई थी।