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पदक जीतने में साइना होंगी ध्वजवाहक : गोपीचंद

Published: Jul 20, 2016 03:20:00 pm

राष्ट्रीय बैडिमंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने रियो ओलंपिक में भारतीय खिलाडिय़ों से शानदार प्रदर्शन की उम्मीद व्यक्त करते हुये बुधवार को कहा कि शीर्ष खिलाड़ी साइना नेहवाल पदक जीतने में ध्वजवाहक होंगी

Pullela Gopichand

Pullela Gopichand

नई दिल्ली। राष्ट्रीय बैडिमंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने रियो ओलंपिक में भारतीय खिलाडिय़ों से शानदार प्रदर्शन की उम्मीद व्यक्त करते हुये बुधवार को कहा कि शीर्ष खिलाड़ी साइना नेहवाल पदक जीतने में ध्वजवाहक होंगी। गोपीचंद ने ग्रेटर नोएडा में स्थापित हो रही गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी को यहां लांच करने के बाद संवाददाताओं के साथ बातचीत में कहा कि यह हमारे लिये बड़ी बात है कि देश के सात खिलाड़ी रियो ओलंपिक में प्रतिनिधित्व करने उतरेंगे। सभी अच्छी फार्म में है और हम इन खिलाडिय़ों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की उम्मीद कर सकते हैं।

रियो में पदक संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर पूर्व ऑल इंग्लैंड चैंपियन और द्रोणाचार्य अवार्डी कोच गोपीचंद ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में हमारे खिलाडिय़ों का प्रदर्शन शानदार रहा है। मैं तो यह मानता हूं कि हमारी पूरी ही टीम से संभावना है। गोपीचंद ने कहा कि पदक उम्मीदों में साइना देश की ध्वजवाहक रहेंगी। उन्होंने हाल ही में ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब लगातार दूसरी बार जीता है। वह विश्व रैंकिंग में पांचवें नंबर है और इस समय शानदार फार्म में हैं। उन्होंने पिछले ओलंपिक में भी पदक जीता था और इस बार भी वह पदक जीतने की क्षमता रखती है। राष्ट्रीय कोच ने ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा की महिला युगल जोड़ी से भी पदक जीतने की उम्मीद जताई जो विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीत चुकी हैं। उन्होंने शीर्ष पुरुष एकल खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत और महिला खिलाड़ी पीवी सिंधू को भी पदक दावेदार बताया।

ये देश हैं प्रबल दावेदार
ओलंपिक में किन देशों को वह पदक का प्रबल दावेदार मानते हैं। इस पर गोपीचंद ने कहा कि यदि आप पिछले कुछ समय में अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों को देखें तो आप पाएंगे कि किसी देश विशेष का लगातार दबदबा नहीं रहा है। आपको कई देशों के विजेता देखने को मिलेेंगे। चीन, थाइलैंड और जापान जैसे देश कड़ी चुनौती पेश कर सकते हैं। गोपीचंद ने कहा कि इस बार ओलंपिक में पदक जीतना कतई आसान नहीं होगा क्योंकि कई देशों के दावेदार मौजूद होंगे। ऐसे में जो खिलाड़ी अपने प्रदर्शन में निरंतरता रखेंगे वही पदक जीतने में कामयाब होंगे।

ग्रेटर नोएडा में खेली अपनी एकेडमी राष्ट्रीय कोच पहले से ही हैदराबाद में 2008 से गोपीचंद अकादमी चला रहे हैं जिसे विश्व बैडङ्क्षमटन महासंघ ने सेंटर आफ एक्सीलेंस के रुप में मान्यता दी है। ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के तहत शहीद विजय ङ्क्षसह पथिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लैक्स में खुल रही गोपीचंद अकादमी 30 हजार वर्ग फुट में फैली होगी और इसमें 4300 दर्शक बैठ सकते हैं। इस अकादमी में 12 बैडमिंटन कोर्ट होंगे। यह स्पोटर्स कॉम्प्लैक्स अफगानिस्तान की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम का घरेलू मैदान भी है। गोपीचंद ने बताया कि इस अकादमी में आर्थिक रुप से पिछड़े बच्चों और इस खेल में दक्ष बच्चों का स्तर देखकर उन्हें जगह दी जाएगी।

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