बेंगलूरु। रियो ओलंपिक के स्टीपलचेज स्पर्धा में देश का प्रतिनिधित्व करने वाली भारतीय एथलीट सुधा सिंह जीका वायरस नहीं बल्कि एच1एन1 से संक्रमित हैं। उनका इलाज कर रहे चिकित्सकों ने मंगलवार शाम एक प्रेस वार्ता में यह जानकारी दी।
डॉ. अनंत पद्मनाभ ने बताया कि सुधा के खून के नमूने जीका परीक्षण के लिए पुणे के वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट में भेजे गए थे। जांच में जीका वायरस नहीं मिला लेकिन एच1एन1 वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है। सुधा का उपचार शुरू हो गया है और उनके स्वास्थ्य में पहले से सुधार है। उन्होंने कहा कि सुधा को अभी सांस लेने में समस्या है और उनका करीब सात दिन तक आइसोलेशन वार्ड में उपचार चलेगा। राज्य की निगरानी समिति और अस्पताल के विशेषज्ञों की एक टीम सुधा की स्थिति पर नजर रखे है।
सरकार उठाएगी इलाज का खर्च
मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने मंगलवार को सुधा के उपचार में होने वाला तमाम खर्च उठाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार उपचार का खर्च उठाएगी। कर्नाटक ओलंपिक संघ के अध्यक्ष के. गोविंद राजू को उपचार संबंधी जरूरी निर्देश दिए गए हैं।
गौरतलब है कि 30-वर्षीय सुधा सिंह शनिवार को ब्राजील से भारत लौटी थीं और उन्हें जोड़ों में दर्द और थकान की शिकायत के अलावा रक्तचाप कम होने की वजह से अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड मेंं भर्ती किया गया था। इससे पहले सुधा की चिकनगुनिया और डेंगू की जांच रिपोर्ट नकारात्मक आई थी।
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