समय आ गया वीर जवानों, दुश्मन से संग्राम करो
पन्नाPublished: Oct 18, 2016 05:00:00 pm
नगर के साई मंदिर बड़ा बाजार में पाठक मंच की ओर से कवि सम्मेलन का
आयोजन किया गया। यहां कवियों ने जिन कविताओं का पाठ किया उनके प्रमुख विषय
आतंकवाद, उरी हमला और भारत की सर्जिकल स्ट्राइक ही रहे।
पन्ना। नगर के साई मंदिर बड़ा बाजार में पाठक मंच की ओर से कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। यहां कवियों ने जिन कविताओं का पाठ किया उनके प्रमुख विषय आतंकवाद, उरी हमला और भारत की सर्जिकल स्ट्राइक ही रहे। कार्यक्रम में प्रसिद्ध बुन्देली कवि रमेश प्रसाद कविराज के मुख्य अतिथि रहे।
गीतकार गोविंद यदुवंशी ने अध्यक्षता की और गंगा प्रसाद खरे के विशिष्ठ अतिथि रहे।काव्य गोष्ठी में गोविंद यदुवंशी, रमेश प्रसाद कविराज, लक्ष्मी नारायण चिरोलया, बिहारी दुबे, रामाश्रे सोनी, राजेंद्र कुरेले, विजय कुमार शर्मा, ईश्वर दीन विश्वकर्मा, सुरेश सौरभ, अभिषेक जैन आदि रचनाकारों ने रचना पाठ किया। काव्य गोष्ठी में बढ़ते आतंकवाद पर चिन्ता व्यक्क्त की गई और अमर शहीदों के लिए मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
काव्य गोष्ठी में प्रसिद्ध गीतकार लक्ष्मी नारायण चिरोलया कहा भारत मां की दिली तमन्ना, अब तुम तो ये काम करो, समय आ गया वीर-जवानों दुश्मन से संग्राम करो का पाठ किया। गोविंद यदुवंशी ने रचना पढ़ते कहा, उन शेरों से है आज़ादी रक्षित मेरा वतन है, उन वीर जवानों को शतशत् बार मेरा नमन कविता का पाठ किया।
बिहारी दुबे ने कहा, उथली नींव कच्ची दीवारें और फूस का छप्पर, बारिस के आते ही मेरा घर अर्रा के बैठ गया। सुरेश सौरभ ने कहा, दो कौड़ी के नेताओं को सबक तुम्हें सिखाना है, दुश्मन जैसा बोल रहा जो जिन्दा उसे जलाना है। रामाश्रे सोनी ने कहा, निकल पड़े हैं मजि़ल की तलाश में, पता राहगीरों से पूछ लेते हैं।
राजेन्द्र कुरेले ने कहा, वक़्त आने दे हम बता देंगे तुझे, शराफतत का हर पाठ पढ़ा देंगे तुझे। अभिषेक जैन ने कहा, हमने देखे महावीर न देखे हमने पाश्र्वनाथ, विद्या गुरूवर को देखा तो जाना होंगे ऐसे जिनराज। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन कवि लक्ष्मी नारायण चिरोलया ने किया।