पटना। यूं तो बिहार की राजधानी पटना के नाम कई बड़े तमगे हैं। लेकिन इस बार राज्य की राजधानी पर ऐसा तमगा लगा है कि शायद उस तमगे को हटाने के लिए पटना को लंबा संघर्ष करना पड़ें। दरअसल राजधानी पटना को देश के 476 शहरों के स्वच्छ भारत रैंकिंग में सबसे निचले पायदान हासिल हुआ है। यानि कि सफाई के मामले में पटना सबसे पीछे है। यहां सबसे ज्यादा गंदगी पाई जाती है।
पटना को 429 वां स्थान मिला है। जो कि सबसे नीचे है। इस श्रेणी में कर्नाटक की राजधानी बंगलूरू को प्रथम स्थान पर रखा गया है। इस सर्वे में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल भी टॉप 100 शहरों में अपनी जगह नहीं बना सकी है। भोपाल को 106वां स्थान हासिल हुआ है। आपको बता दें कि साल 2014-15 के दौरान राष्ट्रीय स्वच्छता नीति-2008 के तहत, शहरी विकास मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 476 शहरों में यह सर्वे कराया गया था।
जिसमें यह आकड़े सामने आए हैं। इसके तहत, खुले में शौच और कचरा प्रबंधन जैसी गतिविधियों का बेहतर प्रबंधन शामिल था। वहीं दक्षिणी राज्यों के मामले में प्रमुख 100 शहरों में से 39 शहर रहे। जल्द ही बिहार में चुनाव होने वाले हैं। अब ऐसे में बिहार के पास अपनी साखथ बचाने और और राजधानी पटना जिसे प्राचीन शहर कहा जाता है। उसे कहां तक इस रैंकिग में फर लाने प्रयास किया जा सकता है। यह तो चुनाव के बाद ही पता चलेगा।