पटना। राजधानी के कंकड़बाग थाने के चांदमारी रोड में टीपीएस कॉलेज के पास एक सेक्स रैकेट गिरोह का खुलासा हुआ है। टीएन पथ में अशोक कुमार के मकान में सेक्स रैकेट चल रहा था। इसका खुलासा उस समय हुआ, जब एसएसपी के निर्देश पर कंकड़बाग थानाध्यक्ष की टीम ने छापेमारी की।
जहां से चार ग्राहक व संचालिका को पकड़ा गया, साथ ही तीन युवतियों को मुक्त कराया गया। इसमें एक 12 साल की भी युवती है। यह एक बार शास्त्री नगर इलाके में भी सेक्स रैकेट में पकड़ी गयी थी। लेकिन, उम्र काफी कम होने की वजह से पुलिस ने कोई विशेष कार्रवाई नहीं की थी।
हालांकि, इस गोरखधंधा का मास्टरमाइंड फरार होने में सफल रहा। पुलिस उसे पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है। अड्डे से पुलिस ने 20 पैकेट कंडोम, शिलाजीत के पैकेट, पांच हजार रुपये नकद व चार मोबाइल फोन बरामद किए है। जानकारी के अनुसार, पकड़े गए ग्राहकों में संजय कुमार (करबिगहिया, जक्कनपुर), मो हामिद (आलमगंज चौक), राजन (आलमगंज चौक) व विकास कुमार सिंह (बरबीधा, शेखपुरा) शामिल है। ये सभी व्यवसायी है। इस सेक्स रैकेट की संचालिका राशिदा खातून है।
उसने ही अशोक कुमार के मकान में करीब छह माह पूर्व किराए पर कमरा लिया था। मुक्त करायी गयी तीनों युवतियां पटना सिटी, कदमकुआं व मुजफ्फरपुर की रहने वाली है। पुलिस के अनुसार पुलिस ने जब छापेमारी की थी तो मकान मालिक ने पहले रशीदा खातून को अच्छी महिला और परिवार का होना बताया था, लेकिन पुलिस के पास सूचना पुख्ता थी और जब फ्लैट के अंदर प्रवेश की तो सारी कहानी सामने आ गई। इस मौके से ही आपत्तिजनक स्थिति में चार लोगों को पुलिस ने पकड़ लिया।
1500 से 2000 रुपये तक होता है रेट
जानकारी के अनुसार ग्राहकों से 1500 से लेकर 2000 रुपये तक वसूला जाता था। इसके अलावा शराब व खाद्य सामग्री के लिए अलग से पैसे लिए जाते थे। इसमें सबका कमीशन फिक्स था। 600 ग्राहक लाने वाले को मिलता था और पांच सौ रुपये या फिर पांच से छह हजार पगार युवतियों को दी जाती थी।
झांसा देकर करते कैद
गरीब युवतियों को नौकरी देने का झांसा देकर बुलाया जाता था और फिर उन्हें फ्लैट में कैद कर दिया जाता था। इसके बाद डरा-घमका कर उन्हें सेक्स रैकेट के दलदल में ढकेल दिया जाता था। इसके बाद उनके काम के लिए प्रति माह कुछ पैसे भी दिए जाते थे, जिसे वह अपने घर भेज सकती।
व्हाट्सएप पर भेजी जाती थी फोटो
यह गिरोह काफी सक्रिय था और व्हाट्सएप पर लोगों को फोटो भेजा जाता था और रेट की भी जिक्र किया जाता था। अगर उक्त लड़की पसंद आ जाती थी, तो फिर उन्हें बुलाया जाता था और पैसे पहले ही ले लिए जाते थे। यहां हाइ प्रोफाइल लड़कियां भी आती थी और उनकी रेट 20 हजार रुपये तक होता था।
इनका कहना है….
मामले में मकान मालिक पर भी कार्रवाई की जाएगी, गिरोह की ओर से नौकरी का प्रलोभन देकर युवतियों को जिस्मफरोशी के इस दलदल में ढ़केला जाता है। गिरोह में अन्य लोग भी शामिल है, जिन्हें पकड़ने के लिए पुलिस की छापेमारी जारी है।
मनु महाराज, एसएसपी, पटना