तीर्थ स्थलों तथा आध्यात्मिक स्थानों पर जाने से होते हैं ये 5 फायदे
Published: Apr 28, 2016 06:38:00 pm
धार्मिक ग्रंथों में भी तीर्थ यात्रा पर जाने के कई फायदे बताए गए है जो
वैज्ञानिक तथा आध्यात्मिक रुप से व्यक्ति को लाभ पहुंचाते हैं
विश्व के सभी धर्मों में तीर्थ यात्रा पर जाना अत्यन्त पुण्य का कार्य माना गया है। धार्मिक ग्रंथों में भी तीर्थ यात्रा पर जाने के कई फायदे बताए गए है जो वैज्ञानिक तथा आध्यात्मिक रुप से व्यक्ति को लाभ पहुंचाते हैं।
(1) सेहतमंद बनाता है
तीर्थ स्थान आम तौर पर प्राकृतिक रूप से सौम्य, सुंदर और स्वच्छ वातावरण वाले स्थानों पर होते हैं। ऐसे में तीर्थयात्रा पर जाने से व्यक्ति की सेहत अच्छी होती है। इसके अलावा अधिकतर मंदिरों में सीढ़ियां होती है जिन्हें चढ़ने-उतरने से भी स्वास्थ्य लाभ होता है। इसी प्रकार भजन-कीर्तन में तालियों की गूंज और लययुक्त वातावरण भी आदमी के मानसिक तनावों को कम करता है।
(2) आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त होती है
मंदिरों तथा तीर्थों में घनीभूत ऊर्जा होती है। इसी कारण लोग इन जगहों पर जाने के बाद अपने आपको बहुत शांत, नई आशा से भरा हुआ तथा ऊर्जावान महसूस करता है।
(3) ज्ञान बढ़ता है
तीर्थ यात्रा पर जाने से आदमी अपनी धार्मिक परंपराओं से तो जुड़़ता ही है, साथ में उसे यात्रा के दौरान आने वाली जगहों का इतिहास और उनके महत्व का भी पता चलता है। इस दौरान वो नई जगहों से जुड़ी संस्कृति, परंपरा और कलाओं के बारे में भी सीखता है।
(4) स्ट्रेस और डिप्रेशन से मुक्ति मिलती है
तीर्थ यात्रा पर जाने से आदमी का अपने रूटीन वातावरण से संबंध टूटता है। इसके चलते वह अपनी रोजमर्रा की समस्याओं तथा उनसे पैदा होने वाले तनावों से भी कुछ समय के लिए मुक्त हो जाता है और अपने आप को तरोताजा, उम्मीद से भरा हुआ महसूस करने लगता है। यह काफी कुछ हिल स्टेशन पर जाने जैसा होता है।
(5) नए लोगों से होता है परिचय
तीर्थ यात्रा के दौरान हम अनजान लोगों के संपर्क में आते हैं जिससे हमें कई नई चीजें सिखने को मिलती हैं। कई नए मित्र बनते हैं तथा नए-नए लोगों से मिलने के कारण हमारा दिमाग ब्रॉडमाइंडेड होता है।