उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सदन में कहा कि जिस कैग रिपोर्ट की बात नेता विपक्ष कर रहे हैं, वह आई ही नहीं है
नई दिल्ली। आप सरकार द्वारा विज्ञापनों पर खर्च किए गए सार्वजनिक धन के मामले में आई कैग रिपोर्ट को विधानसभा में पेश नहीं किए जाने पर पर बुधवार को जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष ने सदन की कार्यवाही का बहिष्कार भी किया। प्रश्नकाल के तुरंत बाद इस विषय को नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने उठाया तो जमकर हंगामा हुआ।
विधानसभा में कार्यवाही के दौरान तकरीबन एक घंटे तक विधानसभा मे तू-तू, मैं-मैं होती रही। सरकार की तरफ से स्पष्ट जवाब नहीं मिलने से भाजपा विधायक ने वाकआउट किया। निर्धारित समय पर बुधवार को भी विधानसभा मे तीसरे दिन की कार्यवाही शुरू हुई। प्रारंभ के एक घंटे में प्रश्नकाल के दौरान विधायकों के अलग-अलग सवालों पर मंत्री सत्येद्र जैन ने जवाब दिया। अधिकांश सवाल दिल्ली की लचर परिवहन व्यवस्था से संबंधित थी।
प्रश्नकाल खत्म होने के बाद मंत्री सत्येद्र जैन जैसे ही सदन की पटल पर विद्युत उत्पादन कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट पेश करने लगे वैसे ही विजेद्र गुप्ता अपनी सीट से उठ खड़े हुए और सरकार से वर्ष 2015-16 की कैग रिपोर्ट सदन पटल पर रखने की मांग करने लगे।
इस दौरान कई और आप विधायक नेता विपक्ष पर अलग-अलग टिप्पणी करने लगे। विधानसभा अध्यक्ष द्वारा नेता विपक्ष को बार-बार सीट पर बैठने तथा नियम के तहत चर्चा होने की अपील का भी कोई असर नहीं हुआ तब उन्होंने कहा कि विजेंद्र गुप्ता सदन की बैठक को हाईजैक क्यों कर रहे हैं, समझ में नहीं आता।
नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि कैग रिपोर्ट को सदन की पटल पर नहीं रखना असंवैधानिक प्रक्रिया है। सरकार रिपोर्ट को दबा रही है। ऐसे में विधानसभा भंग हो जाएगी। उनके इस वक्तव्य पर सत्ता पक्ष के विधायकों ने कड़ा एतराज जताया। मंत्री सत्येंद्र जैन भी तुरंत सीट से उठ खड़े हुए और कहा, यह धमकी दी जा रही है।
उन्होंने विजेंद्र गुप्ता को कहा कि शर्म आनी चाहिए, जिस थाली में खाते हैं, उसी में छेद करते हैं। इसी बीच उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सदन में पहुंचे और उन्होंने कहा कि जिस कैग रिपोर्ट की बात नेता विपक्ष कर रहे हैं, वह आई ही नहीं है। जब आएगी तब वह जरूर सदन में रखेंगे, लेकिन जिस तरह नेता विपक्ष विधानसभा भंग करवाने की धमकी दे रहे हैं, उन्हे लगता है कहीं गड़बड़ी जरूर है।
हालांकि उप मुख्यमंत्री के जवाब को गुमराह करने वाला बताकर विजेद्र गुप्ता अपने साथी विधायक जगदीश प्रधान के साथ सदन की कार्यवाही का बहिष्कार कर चले गए।