दिल्ली की उठापटक पीछे छोड़ AAP मुंबई-बेंगलूरू में लड़ेगी चुनाव
Published: May 02, 2015 03:48:00 pm
पार्टी को लगता है कि इन दोनों शहरों में उसे अच्छा समर्थन मिलेगा और इससे देश में जड़ें जमाने का मौका मिलेगा
नई दिल्ली। दिल्ली में विधानसभा चुनावों में फतेह हासिल करने के बाद आम आदमी पार्टी(आप) की नजरें अब मुंबई और बेंगलूरू निकाय चुनावों पर हैं। पार्टी को लगता है कि इन दोनों शहरों में उसे अच्छा समर्थन मिलेगा और इससे देश में जड़ें जमाने का मौका मिलेगा। आप नेताओं के अनुसार इन दोनों शहरों में पार्टी को सकारात्मक फीडबैक मिला है। हालांकि पार्टी फूंक-फूंककर कदम रख रही है।
आप पता लगा रही है कि जो समर्थन उसे मिल रहा है वह वोट में भी बदल पाएगा या नहीं। आप नेताओं का कहना है कि लड़ाई लड़ने के लिए सेना चाहिए। जिला और विधानसभा स्तर पर संयोजकों को लेकर पार्टी संतुष्ट है लेकिन पोलिंग बूथ संयोजकों को लेकर काम किया जा रहा है। मुंबई में हरेक वार्ड में 40 पोलिंग बूथ है और हमारे पास कम से कम 20 वॉलंटियर तो हो।
योगेन्द्र यादव और प्रशांत भूष्ाण को पार्टी से निकाले जानेे के बाद आप पहली बार जनता के बीच जाएगी। बताया जाता है कि मुख्यत: यादव-भूषण और अरविंद केजरीवाल के बीच दिल्ली से बाहर कदम जमाने को लेकर मतभेद थे। दिल्ली में दोबारा सत्ता हासिल करने के बाद पार्टी की पंजाब, महाराष्ट्र और कर्नाटक इकाइयों में खासा उत्साह था। पिछले साल लोकसभा चुनाव में आप को मुंबई में 50 हजार से एक लाख और बेंगलूरू में 20-50 हजार के बीच वोट मिले थे।
मुंबई में पार्टी मीरा सान्याल को अपना चेहरा बना सकती है, उनके अलावा फिरोज पाल्खीवाला का नाम भी चल रहा है। वहीं बेंगलूरू में इंफोसिस के पूर्व कर्मचारी वी बालकृष्णन का नाम सबसे आगे है हालांकि अभी अभी वहां पर किसी नाम पर चर्चा नहीं हुई है। आप को उम्मीद है इन दोनों शहरों में उसे जनता का साथ मिलेगा।