scriptकेजरीवाल से आप का लोगो वापस मांगा | After WagonR, volunteer who created AAP logo wants it back | Patrika News

केजरीवाल से आप का लोगो वापस मांगा

Published: Apr 08, 2015 06:28:00 pm

गाड़ी के बाद अब आप का लोगो बनाने का दावा करने वाले कार्यककर्ता ने लेटर लिखकर लोगो इस्तेमाल नहीं करने की मांग की

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) का लोगो डिजाइन करने वाले सुनील लाल ने पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल से इस लोगो का इस्तेमाल तत्काल प्रभाव से बंद करने को कहा है। लाल ने अपने फेसबुक पेज में केजरीवाल के नाम एक खुला पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने कहा है कि आप के पिछले दिनों के घटनाक्रम से वह बहुत आहत हैं और उनका अब इस पार्टी से मोहभंग हो चुका है। वह अब इस मामले पर और चुप नहीं रह सकते। उन्होंने कहा ” मैंने आम आदमी पार्टी का जो लोगो बनाया था वह अभी भी मेरी बौद्धिक सम्पत्ति है। इसका मालिकाना हक मैंने कभी भी पार्टी को हस्तांतरित नहीं किया। इसलिए इसका इस्तेमाल अविलंब बंद किया जाए।”

लाल ने कहा ” इस लोगो के साथ हमारी शुभकामनाएं जुड़ी हैं और इस पृष्ठभूमि में मैं आपके रंग बिरंगे प्रवक्ताओं को राजनीति का दूषित खेल खेलते हुए नहीं देख सकता।” लाल का यह कदम पार्टी के लिए काफी परेशानियां खड़ी कर सकता है। लाल ने इस पत्र में लिखा है “मैंने जीवन में जनता को जीत के बावजूद दो बार राजनीतिज्ञों के हाथों पराजित होते हुए देखा है। पहले 1977 और दूसरी बार 1989 में।” दिल्ली विधानसभा के इस साल हुए चुनाव इस मामले में थोड़ा अलग रहे। इस बार जनता जीत के बावजूद जनता के हाथों ही हार गई।”

लाल ने लोगो को वापिस करने की मांग करते हुए कहा कि इसका अभी कोई कापीराइट नहीं लिया गया था। इसे 13 जुलाई 2013 को केजरीवाल को दिया गया था। उन्होंने यह भी दावा किया की इसका डिजाइन काफी पहले तैयार कर लिया गया था। गौरतलब है कि पार्टी के एक अन्य कार्यकर्ता कुंदन शर्मा ने केजरीवाल को पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान वैगनआर, बाइक और चंदे के तौर पर दी गई लाखों रूपए की राशि वापस मांगी है। आप में चल रही खींचतान पर लाल ने लिखा है कि उन्होंने अन्ना आंदोलन के समय स्वयंसेवक के रूप में अपना योगदान दिया। उसी समय से पोस्टर, बैनर के जरिए आंदोलन के प्रचार का काम किया और बाद में पार्टी के लिए भी यही काम करने लगे।

लाल ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि हम एक आदमी की सनक का स्वराज नहीं चाहते। लाल पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं। पत्र में लाल ने लिखा है कि अरविंद जी मेरा आपसे व्यक्तिगत परिचय 2011 में आंदोलन के दौरान हुआ। संजय सिंह, मनीष सिसौदिया, किरण बेदी, शाजिया इल्मी, मयंक गांधी, पृथ्वी रेड्डी, कुमार विश्वास, दिनेश बघेला करीब करीब सभी पहली पंक्ति के आंदोलनकारी और देश दुनिया के असंख्य कार्यकर्ता मुझसे और मेरे “आईएसी ब्रांडिंग डाट ओरआरजी” से भली भांति परिचित रहे।

लाल ने कहा है कि कई प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता केजरीवाल से विमुख होकर पहले ही आंदोलन छोड़कर जा चुके थे। लेकिन हमें विश्वास था कि यह पार्टी देश की राजनीति में नये मानदंड स्थापित करेगी। उनका कहना था बहुसंख्यक कार्यकर्ताओं का सिर्फ एक ही सपना था वह था भ्रष्टाचार मुक्त भारत। लेकिन उसका यह सपना चूर चूर हो गया। 
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