समाजवादी पार्टी और मुलायम परिवार में लंबे समय से चल रहे विवाद में अब एक नया मोड़ सामने आया है।
नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी और मुलायम परिवार में लंबे समय से चल रहे विवाद में अब एक नया मोड़ सामने आया है। समाजवादी पार्टी के विधायक उदयवीर सिंह का आरोप है कि अखिलेश यादव की पार्टी और परिवार में तमाम मुश्किलों के पीछे मुलायम की दूसरी पत्नी यानी अखिलेश की सौतेली मां का हाथ है। उदयवीर सिंह ने समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और मुलायम के भाई शिवपाल पर भी आरोप लगाए हैं।
सीएम की सौतेली मां से मिले हुए हैं चाचा शिवपाल यादव
उन्होंने कहा कि शिवपाल यादव सीएम अखिलेश की सौतेली मां की रची साजिश को आगे बढ़ा रहे हैं। यही नहीं उदयवीर सिंह ने मुलायम सिंह को नसीहत देते हुए कहा कि मुलायम को परिवार में अपने बड़े बेटे को लेकर हो रही साजिशों से सतर्क रहना चाहिए। एटा-मैनपुरी सीट से एमएलसी चुने गए उदयवीर सिंह ने इस बारे में चार पन्नों की एक चि_ी लिखी है। एमएलसी ने मुलायम सिंह को अखिलेश और उनकी सौतेली मां के बीच चल रहे तनाव और मनमुटाव को खत्म करने की सलाह दी है। बताया जा रहा है कि मुलायम के अखिलेश यादव को पार्टी का मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किए जाने के बाद उन्हें लेकर साजिशें और तेज हो गई हैं।
अखिलेश यादव से जलते हैं उसी के परिवार के लोग
एमएलसी उदयवीर सिंह ने अपने पत्र में सीएम से निजी जलन की भावना के सबहेड में लिखा, जबसे आपने (मुलायम) अखिलेश यादव को चुनाव में पार्टी का सीएम चेहरा बताया है, तब से आपके परिवार में साजिश की शुरुआत हुई। अखिलेश की सौतेली मां हमेशा पर्दे के पीछे रहीं हैं। उनका राजनीतिक चेहरा बनकर शिवपाल आगे आए। शिवपाल ऐसा ना होने देने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से संपर्क करने लगे। उदयवीर ने आगे कहा, अखिलेश विरोधी दल के दबाव में आकर मुलायम ने कई बार सार्वजनिक मंच पर सीएम अखिलेश को फटकार लगाई है। अखिलेश हमेशा एक आज्ञाकारी बेटे बने रहे। उन्होंने कभी अपने पिता की बात पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
अखिलेश को पूरी पावर देनी चाहिए कि वो फैसले खुद ले सकें
उन्होंने दावा किया कि बाहरी लोगों ने हमेशा इस परिवार के संकट का फायदा उठाया है। उन्होंने का कि पार्टी को पहले जैसी स्थिति में लाने के लिए सपा सुप्रीमो को निष्कासित नेताओं को दोबारा पार्टी में लाना चाहिए और अखिलेश को पूरी पावर देनी चाहिए। उदयवीर ने मुलायम को लिखा, जब आप सीएम थे, तो पार्टी से संबंधित सभी फैसले लेने की अधिकार आपको था। ठीक उसी तरह आपको अखिलेश यादव को भी पूरी आजादी देनी चाहिए। उदयवीर सिंह के इस पत्र के विरोध में समाजवादी पार्टी के एक अन्य एमलसी आशु मलिक खुलकर सामने आए। उन्होंने कहा कि उदयवीर ने अपने पत्र के माध्यम से पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा। मलिक ने कहा कि जो सियासी फायदे के लिए मुलायम सिंह को निशाना बना रहे हैं, वे भविष्य में ऐसा ही अखिलेश यादव के साथ भी करेंगे।