कांग्रेस सरकार ने असम की तरफ उतना ध्यान नहीं दिया, जितना विकसित असम के लिए दिया जाना चाहिए था
कोकराझार। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को कांग्रेस पर देश के विकास में बाधा डालने का आरोप लगाया। शाह ने इस आरोप के लिए असम को अलग करने सम्बन्धी पंडित जवाहर लाल नेहरू के बयान का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि असम में पिछले 15 वर्षों से कांग्रेस की सरकार है। लेकिन आजादी के समय देश में एक समृद्ध राज्य की श्रेणी और 8वें पायदान पर होने वाला असम आज देश के अन्य राज्यों की तुलना में काफी पिछड़ गया है।
शाह यहां निचले असम के बोड़ेलैंड स्वात्तशासी परिषद के 14वें स्थापना दिवस पर बुधवार को कोकराझार जिले के बोडोफा नगर में आयोजित एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। यहां पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि नेहरू अपनी नीतियों के तहत असम को देश से अलग करने की फ़िराक में थे।
शाह ने कांग्रेस सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि किसी भी कांग्रेस सरकार ने असम की तरफ उतना ध्यान नहीं दिया, जितना विकसित असम के लिए दिया जाना चाहिए था। इससे साबित होता है कि कांग्रेस को इस क्षेत्र की कितनी फिक्र है ? उन्होंने नेहरू की साजिश को पूरा न होने देने के लिए उन सैनिकों की सराहना की, जिनकी कुर्बानी व दिलेरी के कारण असम को अलग होने से बचाया जा सका।
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने असम की हमेशा से ही उपेक्षा की है। बोड़ोलैंड के साथ ही पूरे असम का समविकास, भाजपा-बीपीएफ की सरकार ही कर सकती है। इसलिए जनता को राज्य में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में भाजपा व बीपीएफ की सरकार बनाने का के लिए अपना मतदान करना चाहिए।
असम की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार बोड़ोलैंड व असम के युवाओं को एक ऐसा मंच देना चाहती हैं, जिसके जरिए उत्तर-पूर्व के युवा पूरे देश के युवाओं के साथ खड़ा होकर अपना विकास कर सकें। हमारा लक्ष्य सम विकास का है। इसलिए असम में भाजपा की सरकार का गठन आवश्यक है।
उन्होंने बोडोलैंड की जनता से राज्य में होने वाले आगामी विधानसभा में भाजपा-बीपीएफ सरकार बनाने के लिए वोट करने की अपील करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राज्य की भाजपा-बीपीएफ सरकार विकास के नए आयाम बनाएगी।